नीरपुर मामले में तीन प्राथमिकी हुई दर्ज

डीपीएस पब्लिक स्कूल के दो छात्रों की मौत व उसके बाद की घटना के संबंध में अलग-अलग तीन प्राथमिकी नालंदा थाने में दर्ज करायी गयी है. एक प्राथमिकी मृतक छात्र रवि रंजन के पिता मनोहर कुमार ने दर्ज करायी है. दूसरी प्राथमिकी विद्यालय की प्राचार्य प्रमीला कुमारी व तीसरा और आखिरी प्राथमिकी नालंदा थानाध्यक्ष सुनील […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2015 8:04 AM
डीपीएस पब्लिक स्कूल के दो छात्रों की मौत व उसके बाद की घटना के संबंध में अलग-अलग तीन प्राथमिकी नालंदा थाने में दर्ज करायी गयी है. एक प्राथमिकी मृतक छात्र रवि रंजन के पिता मनोहर कुमार ने दर्ज करायी है. दूसरी प्राथमिकी विद्यालय की प्राचार्य प्रमीला कुमारी व तीसरा और आखिरी प्राथमिकी नालंदा थानाध्यक्ष सुनील कुमार निर्झर ने दर्ज की है.
प्राचार्य, डायरेक्टर व ड्राइवर बने आरोपित
मैं मनोहर कुमार पचवारा नालंदा का निवासी हूं. मेरा बच्च रवि कुमार उम्र 12 वर्ष, तीसरा वर्ग, सागर कुमार, उम्र नौ वर्ष पिता पिता श्याम किशोर जो वर्ग एक डीपीएस पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में रह कर पढ़ता था. रवि का बड़ा भाई अमृत राज भी वहीं पढ़ता था. 27 जून को प्राचार्य प्रमीला कुमारी, डायरेक्टर देवेन्द्र प्रसाद सिंह व विद्यालय के ड्राइवर ने मिल कर दोनों बच्चों को मार कर फेंक दिया था.
ग्रामीणों ने इस घटना की सूचना दी, जबकि विद्यालय द्वारा मुङो इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गयी. जब मैं विद्यालय पहुंचा तो रवि रंजन के आंख, मुंह व नाक से खून ब रहा था. रवि के साथ रहने वाला एक लड़का ने बताया कि रात में हाथ-पैर बांध कर दोनों बच्चों की पिटाई की गयी थी. जिससे उसकी मौत हो गयी. डायरेक्टर देवेन्द्र प्रसाद सिन्हा, प्राचार्य प्रमीला कुमारी व ड्राइवर ने मिल कर दोनों बच्चों के शव को खंधे में फेंक दिया. विद्यालय के बाकी बचे बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया. इससे प्रतीत होता है कि प्राचार्य, डायरेक्टर व ड्राइवर तीनों ने मिल कर दोनों बच्चों की हत्या कर दी है.
द्रोणाचार्य स्कूल के चार लोगों के खिलाफ आरोप
मैं प्रमीला कुमारी पति देवेन्द्र प्रसाद सिंह नीरपुर में रहती हूं. घर पर ही प्री नर्सरी से छठा क्लास तक विद्यालय संचालित करती हूं. रविवार की सुबह साढ़े पांच बजे जब मैं उठी तो साफ-सफाई कर बच्चों को उठायी और उन्हें स्नान ध्यान कर तैयार होने को कही. इसी दौरान मेरी ढ़ाई साल की बेटी पैखाना करने लगी. जिसमें में लग गयी. तब तक विद्यालय का छात्र रवि रंजन तीन बच्चों के साथ लेकर बाहर निकल गया. तब मैं विद्यालय के ही छात्र सुमित सौरभ से पूछा तो उसने बताया कि रवि सभी को लेकर मिरजा बिगहा गांव की ओर गया है.
तब ड्राइवर ने आ कर बताया कि दो बच्च पानी में डूब गया है. तब तक ग्रामीणों की भीड़ लग गयी थी. मेरे पति बीच-बचाव करने लगे तो उनकी भी पिटाई कर दी. मेरी गाड़ी में आग लगा दी. थोड़ी देर बाद पुलिस आयी और मुङो बचा कर ले गयी. द्रोणाचार्य रेसिडेसियल स्कूल चलाने वाले सुशील कुमार,सिंटू कुमार,राजपाल कुमार,शिशुपाल इन लोगों ने मिल कर मुङो बरबाद कर दिया.
16 सौ बने अज्ञात आरोपित, नये थानाध्यक्ष ने शुरू किया काम
मैं सुनील कुमार निर्झर वर्तमान समय में नालंदा थाना में पदस्थापित हूं. 28 जून को करीब 16 बजे ग्राम नीरपुर स्थित देवेन्द्र प्रसाद सिन्हा पब्लिक स्कूल के पास अपना बयान करता हूं कि मैं मलमास मेला ड्यूटी में प्रतिनियुक्त था. 11:55 बजे मुङो सूचना मिली की देवेन्द्र प्रसाद सिन्हा पब्लिक स्कूल के दो बच्चों की पानी में डूबने से मौत हो गयी है.
विद्यालय के आस पास काफी लोग इकट्ठा हैं. मैं तत्काल थाना पर उपस्थित सअनि जयचंद कुमार को नीरपुर देवेन्द्र प्रसाद सिन्हा पब्लिक स्कूल के पास भेजा एवं राजगीर से घटनास्थल के सत्यापन एवं कार्रवाई के लिए प्रस्थान किया. जैसे ही जुआपर बाजार के पास पहुंचा एक महिला रोते बिलखते जीप को रुकवाई और मुङो बतायी की वह डीपीएस पब्लिक स्कूल की प्राचार्य है. बताया कि विद्यालय में दो बच्चों के पानी में डूब कर मौत हो जाने के कारण ग्रामीण खदेड़ रहे हैं. मैं किसी प्रकार अपनी जान बचा कर भागते हुए आ रही हूं.
भीड़ मेरे पति देवेंद्र प्रसाद सिन्हा को गंभीर रूप से मारपीट कर जख्मी कर दिये हैं एवं स्कूल के दो वाहन और स्कूल में आग लगा दिये हैं. महिला की इन बातों पर अपने साथ के सअनि शंभुनाथ को महिला को सुरक्षार्थ थाना पहुंचाने का निर्देश दिये एवं स्वयं सशस्त्र बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचा तो देखा कि स्कूल के बाहर दो वाहन आग से जल रहे हैं. स्कूल से भी आग का धुआं निकल रहा है. 15 सौ असामाजिक तत्व और आक्रोशित हो गये.अपनी जान जोखिम में डाल कर भीड़ की ओर बढ़ा तो एक आदमी जख्मी हालत में पड़ा हुआ मिला. ज्यों ही उसे बचाने के लिए बढ़ा वैसे ही 15सौ से 16 सौ तक के लोगों की उग्र भीड़ द्वारा लाठी-डंडा, ईंट-पत्थर चलाया जाने लगा.
मैं तथा सिपाही भगवान यादव, संजीत कुमार, राजेन्द्र केवट जख्मी हो गये. इसी बीच दीप नगर के आरक्षी निरीक्षण राजनंदन, एचओ सिलाव, एसएचओ परबलपुर अपने-अपने साथ सशस्त्र बल लेकर पहुंचे तो उनके सहयोग से जख्मी को उक्त भीड़ से पीटने से बचाया. तब तक वरीय अधिकारी अतिरिक्त बल पीओ पहुंच गये और गंभीर रूप से जख्मी को इलाज के लिए सदर अस्पताल सअनि जयचंद कुमार के साथ भेजा.
मेरा दावा है कि पिंकु कुमार पेसर सीताराम ग्राम डोइया थाना नूरसराय, ननिहाल नीरपुर, उपेन्द्र कुमार पिता महावीर प्रसाद, सुरेश प्रसाद पिता वृहस्पति महतो, गुड्डू कुमार पिता सुरेश प्रसाद, सुशील कुमार पिता नमालूम, संचालक द्रोणाचार्य रेसीडेंसिल स्कूल नीरपुर राजपाल पिता नमालूम, शिशुपाल पिता नमालूम,
डीपीएस स्कूल के पूर्व मकान मालिक नीरपुर, मनोज सिंह, पिता कमेश्वरी सिंह ग्राम ताजु बिगहा तथा 1500-1600 ग्राम नीरपुर, जुआफर, पचवारा, मिरजा बिगहा, ताजू बिगहा, जगदीशपुर इत्यादि महिला-पुरुष अज्ञात द्वारा नजायज मजमा लगाकर नीयत से लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर मार कर जख्मी कर दिया.

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