शिक्षण संस्थान भी छात्रों को आकर्षित करने की मुहिम में जुटे

बिहारशरीफ : सूचना-तकनीक के इस युग में पूरी दुनिया लोगों की मुट्ठी में आ गयी है. तेजी से बढ़ते इंटरनेट का प्रचलन ने लोगों की जरूरतें और जीवनशैली को बदल कर रख दिया है. खासकर युवा वर्ग इंटरनेट तथा मोबाइल को ही विचारों के आदान-प्रदान का माध्यम बना चुके हैं. ऐसे में हर जगह वाय-फाय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2015 12:14 AM
बिहारशरीफ : सूचना-तकनीक के इस युग में पूरी दुनिया लोगों की मुट्ठी में आ गयी है. तेजी से बढ़ते इंटरनेट का प्रचलन ने लोगों की जरूरतें और जीवनशैली को बदल कर रख दिया है. खासकर युवा वर्ग इंटरनेट तथा मोबाइल को ही विचारों के आदान-प्रदान का माध्यम बना चुके हैं. ऐसे में हर जगह वाय-फाय सुविधा की जरूरत पड़ती है. युवाओं की इस जरूरत से ध्यान में रखते हुए जिले के कई शिक्षण संस्थानों के साथ सार्वजनिक स्थलों को वाइ फाय कैंपस में जहां बदला गया है, वहीं कई क्षेत्र वाइ-फाय कैंपस के रूप में बदले जा रहे हैं.
जिले के प्रतिष्ठित नालंदा कॉलेज का कैंपस वाइ-फाय से लैस हो चुका है, तो जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों को यह सुविधा पूर्व से ही उपलब्ध करा दी गयी है. जिले के उद्यान महाविद्यालय नूरसराय के कैंपस को भी वाइ फाय में बदलने की कवायद चल रही है. मिली जानकारी के अनुसार जिले के कई अन्य शिक्षण संस्थान भी विद्यार्थियों को आकर्षित करने के लिए अपने-अपने कैंपस में वाइ फाय सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी में जुट गया है.
वह दिन दूर नहीं जब शहर के हर चौक-चौराहे पर खड़े लोग वाय फाय के माध्यम से इंटरनेट का नि:शुल्क मजा ले सकते हैं.
कई सरकारी कैंपस भी हुए वाय फाय से लैस:शहर के कई सार्वजनिक व सरकारी कैंपस वाय फाय से लैस किये गये हैं. शहर के चिल्ड्रेन पार्क,सुभाष पार्क, कलेक्ट्रेट तथा नगर निगम कार्यालय परिसर वाइ फाय युक्त हो चुके हैं. इन स्थानों पर ओपेन वाइ-फाय उपलब्ध होने के कारण बिना किसी पासवर्ड के एंड्रॉयड फोन यूजर्स इंटरनेट का मजा ले सकते हैं.
जिन युवाओं को इस बात की जानकारी है वे घंटों इन स्थलों पर जमे रहते हैं और नि:शुल्क वाइ-फाय के द्वारा फेसबुक और हवाटस एप्प का लाभ उठा रहे हैं. हालांकि कई अन्य स्थलों रामचंद्रपुर, अस्पताल चौराहा सहित दूसरे स्थलों पर भी वाइ-फाय के सिगनल मिलते हैं. लेकिन ये वाय-फाय पासवर्ड से लॉक रहने के कारण आम लोगों द्वारा इस्तेमाल नहीं किये जा सकते हैं.
युवाओं में एंड्रॉयड फोन की जबरदस्त मांग:वाय-फाय के माध्यम से स्कायपी व ह्वाट्स एप का नि:शुल्क लाभ मिलने के कारण युवाओं में एंड्रॉयड फोन की जबरदस्त मांग है. स्कायपी तथा ह्वाट्स एप्प के नि:शुल्क वीडियो कॉलिंग तथा डाटा ट्रॉसफर सुविधा का लाभ उठाने के लिए युवा वर्ग अपनी बजट के अनुसार एंड्रॉयड फोन की खरीदारी कर रहे हैं.
मोबाइल कारोबारियों की मानें तो अब प्रत्येक 10 मोबाइल की बिक्री में लगभग पांच मोबाइल तो एंड्रॉयड की बिक रहे हैं. नामी-गिरामी कंपनियों के महंगे मोबाइल के बजाय युवा वर्ग सामान्य कीमत में अधिक फीचर्स वाले मोबाइल खरीदते हैं.

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