बिहारशरीफ : साइबर क्राइम के जाल में शुक्रवार को नालंदा के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इशरतउल्ला फंस गये. साइबर क्रिमिनल ने उनके खाते से 17994 रुपये निकाल लिये. इस संबंध में आइटी एक्ट की धारा 66(सी) के तहत नगर थाना कांड संख्या 377/15 दर्ज किया गया है.
प्राथमिकी में जज ने बताया है कि गुरुवार की शाम 5:45 बजे उनके मोबाइल नंबर 9430219640 पर मोबाइल नंबर 7563987318 से फोन आया. फोन करनेवाले ने खुद को बिहारशरीफ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक दीपक कुमार के रूप में अपना परिचय देते हुए उनके एटीएम कार्ड के पुराने होने की बात कहते हुए उसे रिन्युअल करने की बात कही और एटीएम कार्ड से संबंधित कई आवश्यक जानकारियां मांगीं. जज ने अपनी प्राथमिकी के माध्यम से पुलिस को बताया है कि चूकि दीपक कुमार बिहारशरीफ स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक हैं. मैं विश्वास करके मांगी गयी सूचना देता रहा. इस बातचीत के दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से लगातार हमारे मोबाइल पर मैसेज भी आते रहे. शनिवार को उसी नंबर से सत्यापन के लिए फोन आये. वहीं, शनिवार को 11:29 बजे दिल्ली के साइबर सेल से उन्हें फोन के माध्यम से सूचित किया गया कि आपके खाते से पैसा निकाला जा रहा है.
सूचना के बाद जब मैं बिहारशरीफ के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य शाखा जाकर पता किया, तो मेरे खाते से 17994 रुपयेनिकाल लिये गये थे. घटना के संबंध में पूछे जाने नगर इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि कांड दर्ज कर लिया गया है. इस संबंध में संबंधित बैंक से पूरी मदद ली जा रही है. बैंक प्रबंधक ने पुलिस को इस मामले में पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है.
इंस्पेक्टर ने बताया है कि पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि किन तत्वों द्वारा धोखाधड़ी कर खाते से रकम को गायब किया गया. पुलिस का हालिया अनुसंधान यह बता रहा है कि खाते से चार से पांच टर्म में पैसे की निकासी की गयी है.पुलिस का दावा है कि घटना को अंजाम देनेवाले वांछित तत्वों की गिरफ्तारी निकट भविष्य में कर ली जायेगी.