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2013 में 157 लोगों को हुआ था डेंगू

बिहारशरीफ : डेंगू ने डंक मारना शुरू कर दिया है. इसलिए इसके डंक से बचने के लिए लोग पूरी तरह से सावधानी बरतें. मानसून में डेंगू मच्छर का प्रकोप पूरी तरह से बढ़ जाता है. इस मौसम में तेजी से डेंगू बुखार बढ़ने लगता है. वर्ष 2013 में डेंगू बुखार बढ़ने लगता है. वर्ष 2013 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2015 6:52 AM
बिहारशरीफ : डेंगू ने डंक मारना शुरू कर दिया है. इसलिए इसके डंक से बचने के लिए लोग पूरी तरह से सावधानी बरतें. मानसून में डेंगू मच्छर का प्रकोप पूरी तरह से बढ़ जाता है. इस मौसम में तेजी से डेंगू बुखार बढ़ने लगता है. वर्ष 2013 में डेंगू बुखार बढ़ने लगता है. वर्ष 2013 में डेंगू जिले में कहर बरपा चुका है. इसलिए जिलेवासी इसके प्रकोप से बचने के लिए बराबर अलर्ट रहें. 2013 में डेंगू ने जिले के 157 लोगों को डंक मार कर बीमार कर दिया था.
उस साल डेंगू का व्यापक असर जिले के नूरसराय प्रखंड में था. नूरसराय में 50 लोगों को डेंगू मच्छर ने डंक मार कर तबाह कर दिया था. यह आंकड़ा सरकारी तौर पर है. डेंगू ने दो साल जिला से लेकर राज्य स्वास्थ्य महकमा में खलबली मचा दी थी. अधिकारियों की नींद उड़ा कर रख दी थी. नूरसराय बाजार डेंगू का एक तरह से केंद्र बना हुआ था.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की कड़ी नजर थी. इस तरह पिछले रिकार्ड को देखते हुए इस बार भी विभाग को यहां पर पूरी तरह से नजर रखी होगी. नूरसराय प्रखंड के पड़ोसी थरथरी प्रखंड मुख्यालय स्थिति थरथरी बिगहा पर एक मरीज इस बार मिल चुका है. पड़ोसी प्रखंड में मरीज मिलने से नूरसराय वासी अलर्ट हो गये हैं.
17 प्रखंडों में था डेंगू का प्रकोप : वर्ष 2013 में डेंगू का असर कमोबेश जिले के 17 प्रखंडों में था. उस साल आये दिन डेंगू बुखार से पीडि़त मरीज मिल रहे थे.
कहीं न कहीं से संदिग्ध मरीज की पहचान हो रही थी. इस तरह जिला स्वास्थ्य विभाग को दो साल पहले के रिकार्ड को देखते हुए सजग रहना होगा. पिछले रिकार्ड के मुताबिक नूरसराय में डेंगू का असर ज्यादा था, जबकि इस्लामपुर प्रखंड दूसरे स्थान पर था.

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