Loading election data...

पटवन बाधित करने पर दो गुटों में बढ़ा विवाद

शेखपुरा . जमुई-शेखपुरा जिले के सीमा क्षेत्र नोनी गांव के समीप नाटा नदी को भर कर सिंचाई अवरुद्ध करने के बाद 40 गांवों का पटवन बाधित हो गया है. इस घटना के कारण दो पक्षों के बीच सीमा विवाद उत्पन्न हो गया है. इस दौरान दो दिनों पूर्व हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2013 10:24 PM

शेखपुरा . जमुई-शेखपुरा जिले के सीमा क्षेत्र नोनी गांव के समीप नाटा नदी को भर कर सिंचाई अवरुद्ध करने के बाद 40 गांवों का पटवन बाधित हो गया है. इस घटना के कारण दो पक्षों के बीच सीमा विवाद उत्पन्न हो गया है. इस दौरान दो दिनों पूर्व हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. स्थानीय ग्रामीणों में विपुल सिंह, मुकेश कुमार, शंकर सिंह, अजरुन यादव, प्रयाग महतो, उमेश मोची ने बताया कि ईंट-भट्ठा संचालक ने मनमाने ढंग से नाटा नदी को भर कर करीब 40 फुट सड़क बना ली गयी है. शेखपुरा, चेवाड़ा एवं अरियरी के लगभग 40 गांवों में धान की रोपनी को बचाने के लिए लोगों को डीजल जलाने एवं कड़ी मशक्कत करने को विवश हैं. दो दिनों तक हुई बारिश से नदी में पानी तो आ गया, मगर चिमनी संचालक की मनमानी से पटवन अवरुद्ध है. इस बाबत जब विरोध किया गया तब चिमनी मालिक से झड़प भी हुई. ग्रामीणों ने दूरभाष पर जिलाधिकारी प्रणव कुमार एवं थानाध्यक्ष से पटवन बहाल करने की गुहार लगायी है. ग्रामीणों ने बताया कि अविलंब अगर प्रशासनिक हस्तक्षेप नहीं हुआ, तब किसी भी वक्त अनहोनी घट सकती है. चिमनी संचालक की मनमानी से गंगौरा, कुटौत, छठियारा, एकाढ़ा, मुसरी, वंशीपुर, गगरी, बरमा, कैथवां, अंदौली, भदौस समेत 40 गांवों में धान के साथ-साथ रबी फसल पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा. ग्रामीणों ने सुखाड़ से त्रस्त किसानों को राहत दिलाने के लिए अविलंब कार्रवाई की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version