टीकाकरण में कोताही नहीं
सेविकाओं के कामकाज की होगी निगरानी बिहारशरीफ़ : जिले में नियमित टीकाकरण ने आच्छादन को बढ़ाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने नयी रणनीति बनायी है. रणनीति के तहत स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में लगी आशा एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं के कार्यों पर निगरानी रखी जायेगी. ताकि आशा एवं सेविका क्षेत्र में सुचारू रूप से काम […]
सेविकाओं के कामकाज की होगी निगरानी
बिहारशरीफ़ : जिले में नियमित टीकाकरण ने आच्छादन को बढ़ाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने नयी रणनीति बनायी है.
रणनीति के तहत स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में लगी आशा एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं के कार्यों पर निगरानी रखी जायेगी. ताकि आशा एवं सेविका क्षेत्र में सुचारू रूप से काम को क्रियान्वित कर सकेंगी.
प्रत्येक माह नियमित टीकाकरण के लाभुकों को अद्यतन सूची की समीक्षा की जायेगी. सिविल सर्जन डॉ. सुबोध प्रसाद सिंह ने बताया कि प्रत्येक पीएचसी में माह के 26 एवं 28 तारीख को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ एवं बीडीओ नियमित टीकाकरण के लाभुकों की सूची की अद्यतन समीक्षा करेंगे.
साथ ही टीकाकरण के आच्छादन को बढ़ाने के लिए विचार विमर्श करेंगे. साथ ही आशा एवं आंगनबाड़ी के सर्वे रजिस्टर की जांच की जायेगी. अगर जांच में कमी पायी गयी तो संबंधित आशा एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं को कार्य को पूर्ण करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जायेगा.
इस कार्य को पूर्णरूपेण सफल बाने के लिए सिविल सर्जन की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम बनी है. टीम हरेक माह के अंतिम सप्ताह में टीकाकरण के उपलब्धियों की समीक्षा करेगी. सीएस ने बताया कि नियमित टीकाकरण को सफलीभूत बनाने के लिए प्रत्येक पीएचसी प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वही चिकित्सा पदाधिकारी को नोडल अफसर बनायें.
नोडल अफसर क्षेत्रों में जायेंगे और आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं के कार्यों पर निगरानी रखेंगे. इसकी रिपोर्ट वे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को उपलब्ध करायेंगे. डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. निहार रंजन राय ने बताया कि इस नयी रणनीति के तहत शनिवार को रहुई एवं राजगीर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण कार्य का जायजा लिया गया. उपलब्धि बढ़ाने के लिए प्रभारियों को निर्देश दिये गये.