फ्लोरेसिस के खौफ से खरीद कर पानी पीती है पुलिस
शेखपुरा . अरियरी प्रखंड के जल स्नेतों (चापाकलों) में फ्लोराइड से दूषित पानी पीना आम लोगों के साथ-साथ पुलिस के लिए भी चुनौती बनी है. इस बड़ी समस्या से जूझ रहे अरियरी प्रखंड का अरियरी थाना एवं महुली ओपी पुलिस इस जहरीले रसायन से बचने के लिए शेखपुरा बाजार से फिल्टर पानी खरीद कर पीने […]
शेखपुरा . अरियरी प्रखंड के जल स्नेतों (चापाकलों) में फ्लोराइड से दूषित पानी पीना आम लोगों के साथ-साथ पुलिस के लिए भी चुनौती बनी है. इस बड़ी समस्या से जूझ रहे अरियरी प्रखंड का अरियरी थाना एवं महुली ओपी पुलिस इस जहरीले रसायन से बचने के लिए शेखपुरा बाजार से फिल्टर पानी खरीद कर पीने को विवश है. अरियरी प्रखंड के अरियरी थानाध्यक्ष एवं महुली ओपी प्रभारी ने बताया कि फ्लोराइड से दूषित पानी को शुद्धि के लिए कोई उपाय नहीं होने के कारण बीमारी से बचाव में पीने के पानी खरीदने को विवश हैं.
क्या है फ्लोरेसिस
जल स्नेतों (चापाकलों) में पाये जानेवाले इस रसायन की अधिक मात्र होने के कारण यह घातक है. अरियरी प्रखंड के गांव में इसी रसायन से दूषित पानी पीनेवाले सैकड़ों लोग विकलांग हो गये हैं. फ्लोराइड नामक रसायन से होने वाले फ्लोरेसिस नामक बीमारी काफी घातक है. अब तक इस बीमारी ने दो लोगों की जान जा चुकी है.
क्या है हालात . अरियरी प्रखंड के आधे दर्जन से अधिक गांव एवं सैकड़ों चापाकलों को फ्लोराइड से दूषित चापाकलों को चिन्हित किया गया था. इन चापाकलों में 50-50 हजार की लागत से फ्लोराइड रिमूवल संयंत्र भी लगाये गये. परंतु दुर्भाग्य पूर्ण बात यह है कि आज की तारीख में किसी भी चापाकल में ये संयंत्र कामयाब नहीं है. लोग फ्लोराइड से दूषित पानी पीने को विवश है.
पुलिस की बढ़ी परेशानी
अरियरी में पीएचइडी और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा आज आदमी के साथ-साथ पुलिस महकमे को भी भुगतना पड़ रहा है. यही कारण है कि अरियरी थानाध्यक्ष अस्मित पटेल और महुली ओपी प्रभारी राजकुमार प्रसाद अपनी स्वास्थ्य हित में लगभग 15 किलोमीटर दूर शेखपुरा शहर से पानी ले जाने को विवश है.