कुष्ठ बीमारी की चिकित्सा के लिए सीखेंगे नयी पद्धति

बिहारशरीफ : कुष्ठ बीमारी पर पूरी तरह से काबू पाने के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाया है. मरीजों को बेहतर और सुलभ तरीके से चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों को आधुनिक पद्धति की जानकारी देने के लिए ट्रेंड करने की योजना बनायी गयी है. ताकि मरीजों को बेहतर इलाज कर बीमारी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2015 1:56 AM

बिहारशरीफ : कुष्ठ बीमारी पर पूरी तरह से काबू पाने के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाया है. मरीजों को बेहतर और सुलभ तरीके से चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों को आधुनिक पद्धति की जानकारी देने के लिए ट्रेंड करने की योजना बनायी गयी है.

ताकि मरीजों को बेहतर इलाज कर बीमारी से निजात दिलायी जा सके. इसी कार्ययोजना के तहत जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (संचारी रोग) नालंदा डाॅ रविन्द्र कुमार इलाज के बेहतर गुर सीखने के लिए तमिलनाडु गये हैं. वे वहां पर पांच दिनों तक आधुनिक ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे.

ट्रेनिंग:स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण कार्य योजना के तहत सेंट्रल लेप्रोसी टीचिंग एंड रिसर्च संस्थान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय प्रदेश कुष्ठ शिक्षण और अनुसंधान संस्थान, चंगलपटू (तमिलनाडु) में विशेषज्ञ अनुसंधानकों द्वारा ट्रेनिंग दी जायेगी. विशेषज्ञों द्वारा कुष्ठ बीमारी के बेहतर चिकित्सा के लिए आधुनिक पद्धति बतायी जायेगी.

आधुनिक प्रशिक्षण प्राप्त कर डीएलओ कुष्ठ के मरीजों को अच्छी चिकित्सा उपलब्ध करा रोग से चंगा करा सकेंगे. सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रविन्द्र कुमार चंगलपटू में 27 नवंबर तक ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे. विभाग की कार्ययोजना के मुताबिक अगले चरण में जिला कुष्ठ विभाग के अन्य कर्मी भी तमिलनाडु एवं कोलकाता जा कर इलाज के बेहतर गुर सीखेंगे.

जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी के द्वारा ट्रेनिंग लेकर लौटने के बाद इन कर्मियों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जायेगा. कार्ययोजना के मुताबिक जनवरी 2016 में जिला कुष्ठ विभाग के कर्मी उमेश प्रसाद चंगलपटू में ही ट्रेनिंग लेंगे. वे पांच दिनों तक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे.
इसी तरह जिला कुष्ठ निवारण विभाग के प्रयोगशाला प्रावैधिकी विजय कुमार फरवरी माह में प्रशिक्षण लेने के लिए तमिलनाडु जायेंगे. जबकि पारा मेडिकल वर्कर अजय कुमार फरवरी माह में कोलकाता रवाना होंगे. वे रिजनल सेप्रोसी ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीच्यूट गौरीपुर (बंगाल) में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे.

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