राजगीर : रविवार के राजगीर महोत्सव के सुरमई शाम मेें प्रसिद्ध गायक सत्येंद्र कुमार ने अपने सुरील आवाजों से जादू बिखेर दिया़ जैसे ही उन्होंने :मोहे न आई जग से रास मैं इतना जोर से नाची आज की घुंघुरू टूट गये़ : यह गाना दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया़ उसके बाद लगातार गायक स्वतंत्र कुमार ने एक-से-बढ़ कर एक गाने गाते रहे और तालियां बजती रही़ उन्होंने अनेक फिल्मी गाने गाये़
इस महोत्सव में भिखारी ठाकुर के बिदेसिया गीत का भी जलवा रहा़ इस सर्द मौसम दर्शक स्वतंत्र कुमार को सुनने के लिए बेताब रहे़ गायक स्वतंत्र कुमार ने दर्शकों के कई फरमाइशी गीत गाकर उनके मन को तृप्त कर दिया़ कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई इसके अलावा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए़
कार्यक्रम में देर शाम तक लोगों का जमावड़ा रहा़ राजगीर महोत्सव के दौरान एक से बढ़कर गीतों से कार्यक्रम में आये लोगों को बांधे रखा. महोत्सव को लेकर दिनभर लोगों की भीड़ रहती है. मेले में बाहर से आये बिक्रेताओं के द्वारा कई कलात्मक चीजे लोगों को बरबस अपनी ओर खीच ला रही है.