बिहारशरीफ : नालंदा जिले में पर्यटक स्थलों की भरमार है. पर्यटन के नजर से नालंदा पूरे विश्व में अनोखा स्थान रखता है. नालंदा,राजगीर,पावापुरी,पर्यटन के लिए रोचक व रमणीय स्थल है.
इसके विपरित बिहारशरीफ जिला मुख्यालय होने के बाद भी इसे वह दर्जा आज तक नहीं मिल पाया है,जिसकी दरकार है. इसी कारण से पंचाने रिवर फ्रंट का विकास कर इसे पर्यटन के अनुकूल बनाने की योजना नगर निगम द्वारा तैयार की गयी है. इसे नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी के प्रोपोजल में भी डाल दिया गया है.
साबरमती फ्रंट की तर्ज होगा विकास:
गुजराज के साबरमती फ्रंट की तर्ज पर पंचाने फ्रंट जोन बना कर पर्यटन स्थल बनाया जायेगा. मेयर सुधीर कुमार व उपमेयर शंकर कुमार का कहना है कि बिहारशरीफ शहर को खुबसुरत और आकर्षक बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. पंचाने नदी के एरिया के नगर निगम में शामिल होने पर उसे पर्यटक स्थल के रुप में विकसित की जायेगी.
गुजराज के साबरमती फ्रंट के तर्ज पर खुबसुरत बनाने की सोच है. अब जबकि स्मार्ट सिटी के दूसरे दौड़ में बिहारशरीफ को शामिल होने पर योजना को अमलीजामा पहनाया जायेगा.
ग्रीन फील्ड के तहत नालंदा तक शहर का होगा विकास:
स्मार्ट सिटी के प्रपोजल को अंतिम रूप दे दिया गया है. पचास हजार लोगों से राय ली गयी थी. इसमें से 90 फीसदी लोगों ने राय दिया कि ग्रीन फील्ड के तहत बिहारशरीफ से नालंदा तक शहर का विस्तार किया जायेगा. इसके क्षेत्र के आस-पास के गांवों को नगर निगम में शमिल कर दायरा बढ़ाया जायेगा. कई पंचायत के गांवों को इसमें शाामिल करने का प्रस्ताव नगर निगम बोर्ड की बैठक से पहले ही पास कर लिया गया है.
स्मार्ट सिटी की दौड़ में बिहारशरीफ 11 वें स्थान पर :
स्मार्ट सिटी के दूसरे चरण में जगह मिलने पर पहले साल से ही फंड मिलने लगेंगे. इसके लिए व्यापक तैयारी भी कर ली गयी है. स्मार्ट सिटी की होड़ में देश के 98 नगर निगम शामिल है. हाल में ही कंसलटेंट के आधार पर की गयी रैकिंग में बिहारशरीफ 11 वे स्थान हैं.