पुत्र के अपहरण की रचयिता निकली मां

मुंह बोली चाची के साथ भेज दिया था मायके चार दिन पूर्व हिंसक प्रदर्शन कर पुलिस को दी थी चुनौती बुधवार को हुई सकुशल बरामदगी टेलीफोन पर पुत्र से प्रतिदिन करती थी बात आरोपित महिला का बड़ा पुत्र भी थाने में हुआ मां के खिलाफ ईर्ष्या वश रची गयी साजिश का हुआ भंडाफोड़ बिहारशरीफ : […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2016 4:25 AM

मुंह बोली चाची के साथ भेज दिया था मायके

चार दिन पूर्व हिंसक प्रदर्शन कर पुलिस को दी थी चुनौती
बुधवार को हुई सकुशल बरामदगी
टेलीफोन पर पुत्र से प्रतिदिन करती थी बात
आरोपित महिला का बड़ा पुत्र भी थाने में हुआ मां के खिलाफ
ईर्ष्या वश रची गयी साजिश का हुआ भंडाफोड़
बिहारशरीफ : अज्ञानता से उत्पन्न हुई ईर्ष्या चिंता देवी के अस्तित्व को खोखला कर डाला. मां के इस मूल्यहीन विचार का नकारात्मक असर बड़े पुत्र पर भी पड़ा.थाने में मां के एकांतिक विचारों से कुंठित बड़ा बेटा इस करतूत के लिए पुलिस से मां को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की फरियाद कर रहा था. यह वही मां है,
जिसने एक जनवरी को अपने नौ वर्षीय पुत्र के अपहरण की झूठी प्राथमिकी दर्ज करायी थी.अप्रत्यक्ष रूप से महिला ने अपने तीन पड़ोसियों(तीनों सगे अविवाहित भाई) पर शक की मुहर लगाते हुए उनके नाम भी पुलिस को बताये थे.दर्ज प्राथमिकी में महिला ने तीनों सगे भाइयों का नाम नहीं लिखा था.
कैसे रची अपहरण की झूठी रचना
वर्ष 2015 के 30 दिसंबर को लहेरी थाना क्षेत्र के शिवपुरी मुहल्ला निवासी चिंता देवी उर्फ कारी अपने नौ वर्षीय पुत्र सुमित को रामचंद्र पुर मछली मंडी किसी काम को लेकर पहुंचती है,वहां उसे अपने मायके की मुंह बोली चाची माधुरी देवी मिलती है.
माधुरी अस्थावां थाना क्षेत्र के जियर गांव की रहने वाली है.
चिंता मुंह बोली चाची को यह कहते हुए अपने नौ वर्षीय पुत्र को सौंप देती है कि इसका स्कूल अभी बंद है,थोड़े दिन नानी घर में रह लेगा,बाद में हम उसे ले आयेंगे. मुंह बोली चाची,चिंता देवी की कटु सोच से अंजान उसके पुत्र को अपने साथ गांव ले आयी. इधर महिला शिवपुरी स्थित अपने घर पहुंच कर पुत्र के अपहरण हो जाने की झूठी बात अपने पड़ोसियों को बताने लगी. एक जनवरी को इस संबंध में चिंता देवी उर्फ कारी के बयान पर लहेरी थाना कांड संख्या 01/16 आइपीसी की धारा 363 के तहत कांड दर्ज कर लिया.

Next Article

Exit mobile version