ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल को ले पाइप जलापूर्ति योजना बेहतर
निर्धारित समय में पूरा होगा कार्य कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य केरल,पंजाब,उत्तराखंड,महाराष्ट्र,झारखंड,असम,उत्तर प्रदेश व बिहार में संचालित विश्व बैंक संपोषित जलापूर्ति,स्वच्छता परियोजनाओं व यूनिसेफ,डब्लूएसपी आदि अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सहयोग से अब तक हुए प्रचार प्रसार और क्षमतावर्द्धन संबंधी विषयों पर एक दूसरे के अनुभवों का आदान प्रदान करना है. राजगीर में विश्व बैंक संपोषित जलापूर्ति एवं […]
निर्धारित समय में पूरा होगा कार्य
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य केरल,पंजाब,उत्तराखंड,महाराष्ट्र,झारखंड,असम,उत्तर प्रदेश व बिहार में संचालित विश्व बैंक संपोषित जलापूर्ति,स्वच्छता परियोजनाओं व यूनिसेफ,डब्लूएसपी आदि अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सहयोग से अब तक हुए प्रचार प्रसार और क्षमतावर्द्धन संबंधी विषयों पर एक दूसरे के अनुभवों का आदान प्रदान करना है.
राजगीर में विश्व बैंक संपोषित जलापूर्ति एवं स्वच्छता परियोजना पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला शुरू
बिहारशरीफ : विश्व बैंक संपोषित जलापूर्ति एवं स्वच्छता परियोजनाओं पर राष्ट्रीय परियोजना प्रबंधन इकाई, नई दिल्ली व राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई, बिहार द्वारा संयुक्त रूप से विश्व बैंक के सहयोग से राजगीर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला बुधवार को शुरू हुई. इस राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का उद्घाटन लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अपर सचिव सह राज्य परियोजना निदेशक शशिकांत तिवारी द्वारा गर्गी गौतम विहार रिसोर्ट्स में किया गया.
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य केरल,पंजाब,उत्तराखंड,महाराष्ट्र,झारखंड,असम,उत्तर प्रदेश व बिहार में संचालित विश्व बैंक संपोषित जलापूर्ति,स्वच्छता परियोजनाओं व यूनिसेफ,डब्लूएसपी आदि अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सहयोग से अब तक हुए प्रचार प्रसार और क्षमतावर्द्धन संबंधी विषयों पर एक दूसरे के अनुभवों का आदान प्रदान करना है.
इस कार्यशाला में आठ राज्यों केरल,पंजाब,उत्तराखंड,महाराष्ट्र,झारखंड,असम,उत्तर प्रदेश व बिहार के संबंधित पदाधिकारी और विशेषज्ञ,भारत सरकार,विश्व बैंक व यूनिसेफ के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. कार्यशाला के पहले दिन लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मुख्य अभियंता सह निदेशक राज्य परियोजना प्रबंधक इकाई दिनेश्वर प्रसाद सिंह, विश्व बैंक के प्रतिनिधि आर कूरियन, आरआर मोहन, राष्ट्रीय परियोजना प्रबंधन इकाई के विशेषज्ञ श्रीमति उर्वशी प्रसाद अस्थाना के अपने महत्वपूर्ण विचार व सुझाव प्रतिभागियों को दिये.
भारत सरकार द्वारा शुद्ध पेयजल एवं स्वच्छता सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पाइप जलापूर्ति आच्छादन में पिछले चार राज्यों असम, बिहार, झारखंड व उत्तर प्रदेश में केंद्र सरकार, राज्य सरकार एवं विश्व बैंक की सहायता से ग्रामीण जलापूर्ति और स्वच्छता परियोजना (नीर निर्मल परियोजना) संचालित की जा रही है.
नीर निर्मल परियोजना के तहत बिहार के दस जिलों नालंदा, नवादा, पटना, मुज्जफरपुर, पश्चिमी चंपारण, मंुगेर, पूर्णिमा, बेगूसराय, सारण व बांका में जलापूर्ति और स्वच्छता संबंधित कार्य का क्रियान्वयन किया जा रहा है. नालंदा जिला में सिलाव बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के कार्य की प्रगति के संबंध में कार्यपालक अभियंता राजेश प्रसाद सिन्हा ने बताया कि कार्यकारी एजेंसी मेसर्स जिंदल इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है. इस कार्य को निर्धारित समय में पूर्ण हो जाने की पूरी उम्मीद हैं.