कुंडलपुर महोत्सव के दूसरे दिन हुआ महा मस्ताभिषेक

महापूजा तथा सांस्कृतिक संध्या में शामिल हुए हजारों श्रद्धालु विद्यार्थियों के लिए किया गया प्रतियोगिता का आयोजन बिहारशरीफ : कुंडलपुर महोत्सव के दूसरे दिन प्रात: नवग्रह शांति जिनालय में भगवंतों का अभिषेक किया गया. जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की 13 फुट उत्तुंग पद्मासन प्रतिमा का महा मस्ताभिषेक किया गया. भगवान महावीर जन्मभूमि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 12:56 AM
महापूजा तथा सांस्कृतिक संध्या में शामिल हुए हजारों श्रद्धालु
विद्यार्थियों के लिए किया गया प्रतियोगिता का आयोजन
बिहारशरीफ : कुंडलपुर महोत्सव के दूसरे दिन प्रात: नवग्रह शांति जिनालय में भगवंतों का अभिषेक किया गया. जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की 13 फुट उत्तुंग पद्मासन प्रतिमा का महा मस्ताभिषेक किया गया. भगवान महावीर जन्मभूमि कुंडलपुर समिति के मंत्री विजय कुमार ने इस मौके पर बताया कि इस अवसर पर समीपवर्ती क्षेत्र के बच्चों के लिए निबंध तथा वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.
प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया. समिति के अध्यक्ष पीठाधीश रवींद्र कीर्ति स्वामी ने बताया कि महोत्सव के माध्यम से भगवान महावीर के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार किया जाता है. इससे प्राचीन विरासत को संरक्षण तथा संवर्धन भी प्राप्त होता है.
उन्होंने महोत्सव आयोजित किये जाने को लेकर बिहार सरकार तथा पर्यटन विभाग के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने बताया कि भगवान महावीर की जयंती के अवसर पर हजारों लोगों ने महाप्रसाद ग्रहण कर स्वयं को तृप्त किया. इस मौके पर लगाये गये स्टॉलों पर लोगों ने खादी ग्रामोद्योग, जैविक खाद, कृषि उपकरणों के साथ-साथ पर्यटन के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की. शाम में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में ऐश्वर्या निगम के साथ-साथ पटना तथा जिले के कलाकारों के द्वारा भगवान महावीर के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित किया गया. कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी डॉ त्याग राजन एसएम द्वारा विशेष व्यवस्था की गयी थी. डीडीसी कुंदन कुमार ने महोत्सव में आये अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया.
नेशनल मानवाधिकार आयोग की सुनवाई आज व कल : बिहारशरीफ: राज्य के अंतगर्त मानवाधिकार उल्लंंधन के लंबित मामलों का निष्पादन खुली सुनवाई के आधार पर की जायेगी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली की टीम के द्वारा 21 व 22 अप्रैल को पटना स्थित सचिवालय में सुनवाई की जायेगी.
जिन व्यक्तियों का मानवाधिकार से संबंधित मामलों का अब तक निष्पादन नहीं हुआ है, वे इस खुली सुनवाई में उपस्थित होकर अपने मामलों का निष्पादन करवा सकते हैं. मानवाधिकार आयोग की टीम 23 अप्रैल को राज्य के वरीय अधिकारियों के साथ मानवाधिकार के मुद्दे पर समीक्षा बैठक भी करेगी.

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