इलियास को वापस लाया जायेगा : डीएम

इलियास के परिजनों ने डीएम से मिल बेटे को देश में लाने की लगायी गुहार डीएम ने कहा, दलाल के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएं दलालों से बचने की भी डीएम ने की अपील बिहारशरीफ : बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर इलियास के परिजनों ने डीएम से मुलाकात की. सऊदी अरब में फंसे बेटे को वापस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2016 3:36 AM

इलियास के परिजनों ने डीएम से मिल बेटे को देश में लाने की लगायी गुहार

डीएम ने कहा, दलाल के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएं
दलालों से बचने की भी डीएम ने की अपील
बिहारशरीफ : बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर इलियास के परिजनों ने डीएम से मुलाकात की. सऊदी अरब में फंसे बेटे को वापस भारत लाये जाने की फरियाद लगायी. उसकी मां रजिया खातूून, उसके भाई आसिफ व परिजन के अन्य सदस्यों ने डीएम से मिल कर दुखभरी दास्तान सुनायी.
उसकी मां रजिया खातून ने बताया कि चार साल पहले उसका पुत्र इलियास कमाने के लिए सऊदी अरब गया था, जो अब तक घर नहीं लौटा है. वहां के एक सेठ ने उसे बंधक बना लिया है. उससे 16-16 घंटे काम लिया जाता है. साथ शारीरिक यातना भी दी जा रही है. उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया है.
भारत वापस लौटने की बात जब बह कहता तो वहां के सेठ द्वारा उसे जेल भेजवा दिया जाता है. पूरी बात सुनने के बाद डीएम डॉ त्याग राजन ने बताया कि उसके परिवार से पूर्ण जानकारी ली जा रही है. इलियास को वापस लाने के लिए हरसंभव मदद की जायेगी. राज्य सरकार और भारत सरकार के गृह मंत्रालय को पूरी जानकारी भेजी जा रही है.
उन्होंने कहा कि जिस एजेंट के जरिये उसे सऊदी भेजा गया है उस पर एफआइआर दर्ज कराने के लिए उसके परिजनों को कहा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि वैसे लोग नौकरी या काम के लिए विदेश जाते हैं वे दलालों से दूर रहें. जाने से पहले सभी तरह की जानकारी भी हासिल कर लें. साथ ही एग्रीमेंट पेपर की कॉपी भी घरवाले को देकर जाये. जाने के बाद जिस स्थल पर काम करते हैं उसका पता घरवालों को अवश्य दें.
एजेंटों का है बहुत बड़ा रैकेट : भोले-भाले गरीब लोगों को विदेशों में काम दिलाये जाने वालों का बहुत बड़ा रैकेट है. बिहारशरीफ शहर के कई मोहल्लों में भी कुछ ऐसे एजेंट हैं, जो लोगों को प्रलोभन देकर विदेश भेजने का काम करते हैं. ऐसे लोग पासपोर्ट बनाने से लेकर भेजने व काम दिलाने की भी गारंटी लेते हैैं. विदेश पहुंचाने पर शर्त के अनुसार पैसे भी नहीं दिये जाते हैं. साथ ही काम नहीं करने पर यातना अलग से. विदेश भेजने के गोरख धंधे में नगर निकाय के एक प्रतिनिधि व उसके परिवार के कुछ लोग भी संलिप्त हैं.

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