सड़क बनने से ग्रामीणों में खुशी, लोगों का सपना हुआ पूरा
राजगीर (नालंदा) : आजादी के बाद से सड़क के अभाव में जिल्लत की जिंदगी जी रहे प्रखंड के पथरौरा गांव के हजारों लोग आज सड़क बनने पर खुशी व्यक्त कर रहे हैं. वर्ष 1956 में पथरौरा पंचायत के मुखिया रहे स्वतंत्रता सेनानी कवि रामचंद्र प्रसाद ने अपने कार्यकाल में इसकी नींव रखी थी, जिसका नाम […]
राजगीर (नालंदा) : आजादी के बाद से सड़क के अभाव में जिल्लत की जिंदगी जी रहे प्रखंड के पथरौरा गांव के हजारों लोग आज सड़क बनने पर खुशी व्यक्त कर रहे हैं. वर्ष 1956 में पथरौरा पंचायत के मुखिया रहे स्वतंत्रता सेनानी कवि रामचंद्र प्रसाद ने अपने कार्यकाल में इसकी नींव रखी थी, जिसका नाम जवाहर पथ था. उनके बाद नेतृत्व के अभाव और जनप्रतिनिधियों की गहरी उदासीनता के कारण सड़क का निर्माण नहीं हो सका.
नीतीश कुमार के शासनकाल में इस पथ का जीर्णोद्धार प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत चिह्नित किया गया. चक पर से पथरौरा की दो किलोमीटर सड़क का पक्कीकरण तथा कालीकरण होना था पर चक से वेनिर पुल तक जमीन के करनुत्न छोड़ कर कालीकरण कर दी गयी. शेष बची सड़क लगभग एक हजार फुट परेशानी का सबब बनी थी.
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से इसकी फरियाद की, जिसके पश्चात गा्रमीण विकास कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने अपने विभाग में विशेष प्रस्ताव ला उक्त सड़क का निर्माण कार्य कराया. 63 साल के बाद साकार हुए इस सड़क मार्ग के निर्माण को लेकर ग्रामीणों में काफी खुशी देखी गयी.
गांव में आवागमन का रास्ता आसान हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क का निर्माण तो पूर्ण हो गया है लेकिन सड़क ढलाई के किनारे मिट्टी देना अभी भी बाकी है. ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक व मंत्री से अनुरोध किया है कि सड़क के किनारे तीन-तीन फुट की मिट्टी फिलिंग का कार्य जल्द पूरी कर दी जाये क्योंकि अगर वक्त रहते मिट्टी फिलिंग नहीं हुई तो नवनिर्मित सड़क ढह कर गिर जायेगी.