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ईंट से सिर कूचा, फिर गला दबा कर दी हत्या

एकंगरसराय बाजार से चार दिन पूर्व व्यवसायी पुत्र ऋतिक राज हुआ था अगवाप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीSpies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, आज हो तो देश में मच जाता है बवालRajiv Gauba : पटना के सरकारी स्कूल से राजीव गौबा ने की थी पढ़ाई अब बने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2016 3:01 AM

एकंगरसराय बाजार से चार दिन पूर्व व्यवसायी पुत्र ऋतिक राज हुआ था अगवा

बिहारशरीफ/जहानाबाद : छात्र ऋतिक की हत्या अपहर्ताओं ने बेरहमी से की है. शव से दुर्गंध निकल रही थी तथा उसके दोनों हाथ रस्सी से बंधे हुए थे. मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था. पूरे शरीर पर खून के दाग थे. छात्र का सिर बुरी तरह कुचला हुआ था. उसकी आंखें बाहर निकली हुई थीं.
अनुमान लगाया जा रहा है कि अपराधियों ने उक्त छात्र को ईंट व पत्थर से सिर सहित पूरे शरीर को कूंचा और फिर गला दबा कर मार डाला. पंचायत भवन से शव को बरामद कर एक प्लास्टिक में लपेट कर पोस्टमार्टम रूम के पास लाया गया था.
आरोपित की निशानदेही पर बरामद हुआ शव : अपहरण के संदर्भ में छात्र के पिता व्यवसायी निरंजन कुमार ने एकंगरसराय थाने में मिल्कीपुर के निवासी आशिष कुमार को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर भाग निकला था.
पुन: इस मामले में भत्तुबिगहा (नालंदा) गांव के एक युवक दीपू कुमार की गिरफ्तारी हुई और इसी के निशानदेही व मोबाइल लोकेशन के आधार पर छात्र का शव कोयरीबिगहा से पुलिस ने बरामद किया. पहले तो आरोपित दीपू ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. लेकिन, जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो उसने मामले का खुलासा करते हुए शव के बारे में जानकारी दी. पुलिस उसे अपने साथ लेकर कोयरीबिगहा स्थित पंचायत भवन के समीप पहुंची थी.
फिरौती से मृतक के पिता ने किया इनकार : राइस मिल के संचालक गल्ला व्यवसायी निरंजन कुमार ने अपने बेटे के अपहरण के बाद अपराधियों द्वारा फिरौती मांगने की बात से इनकार किया है. जहानाबाद सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम के समीप उन्होंने बताया कि उनसे किसी तरह की फिरौती नहीं मांगी गयी थी. हां, उन्होंने इतना जरूर बताया कि अपहरण के बाद अपराधियों ने उनके पुत्र के मोबाइल से उन्हें बात करायी थी. उनका यह भी कहना है कि अपराधियों ने जो बात सुनाई थी, उसके बाद वे सहम गये और उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को मत मारना. यदि रुपये चाहिये तो हम देंगे. उन्होंने यह भी बताया कि इसके बाद तुरंत मोबाइल फोन बंद हो गया. उन्होंने आशंका व्यक्त की कि मोबाइल फोन पर बेटे की आवाज सुनाने के पूर्व ही उसकी हत्या कर दी गयी थी और उसका आवाज रिकॉर्ड कर बाद में मोबाइल के जरिये उन्हें सुनाया गया था.
घटना के कारण की तहकीकात में जुटी पुलिस : छात्र ऋतिक की अपहरण के बाद हत्या की घटना का सही कारण क्या है, इसकी तहकीकात करने में नालंदा जिले की पुलिस जुटी हुई है. इधर, जहानाबाद जिले के हुलासगंज की पुलिस भी यह तहकीकात कर रही है कि इस मामले में हुलासगंज क्षेत्र के किसी व्यक्ति का हाथ है या नहीं. आखिर उसका शव हुलासगंज क्षेत्र के एक पंचायत भवन में कैसे पहुंचा. क्या अपराधियों ने उसे यहां लाकर मारा या कहीं से हत्या कर लाश को यहां छुपा दिया. यदि एेसा भी है, तो इसमें किसी स्थानीय अपराधी की संलिप्तता प्रतित हो रही है. चूंकि नवनिर्मित ग्राम कचहरी के बारे में स्थानीय किसी व्यक्ति ने इसकी जानकारी अपहर्ताओं को दी होगी. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि जब अपराधियों की मंशा फिरौती वसूलने की नहीं थी, तो उसने जल्दबाजी में हत्या की घटना को अंजाम क्यों दिया.
पुलिस इस बिंदु पर भी तहकीकात कर रही है कि कहीं यह मामला प्रेम-प्रसंग का तो नहीं है. क्योंकि इसमें जो भी आरोपित पकड़े गये हैं वे नवयुवक हैं. बहरहाल कई बिंदुओं पर पुलिस द्वारा तहकीकात कर मामले का खुलासा करने की कोशिश की जा रही है.
हुलासगंज के कोयरीबिगहा स्थित पंचायत भवन के दूसरे तल्ले पर एक कमरे में पड़ी थी लाश
अपहरण के दिन ही कर दी गयी थी हत्या : व्यवसायी पुत्र ऋतिक का अपहरण एक मई को ही सुबह में कर लिया गया था और कुछ घंटे बाद उसी दिन अपराधियों ने उसकी हत्या कर दी थी. इस बात का खुलासा पुलिस के समक्ष आरोपित दीपू ने किया. दीपू की गिरफ्तारी के बाद छात्र ऋतिक के पिता और उसके कई परिजन भी पहुंच गये थे. जब दीपू को लेकर पुलिस कोयरीबिगहा गांव पहुंची, तो वहां पर पहले उसने शव के बारे में नहीं बताया, लेकिन बाद में सख्ती करने पर उसने पंचायत भवन की ओर इशारा किया. पुलिस ने पंचायत भवन में लगे ताले को तोड़ा और जब ऊपर गयी, तो शव की बरामदगी हुई.
मृतक के पिता के अनुसार दीपू ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि पंचायत भवन में लगे ताले को अपहर्ताओं ने तोड़ा था और ऋतिक को वहां मार डालने के बाद लौटने के क्रम में एक दूसरा ताला लगा दिया था. आरोपित ने यह भी खुलासा किया कि उसकी हत्या एक मई को ही दिन में कर दी थी.

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