दो सदस्यीय टीम ने की गहन जांच , सिविल सर्जन को सौंपेगी रिपोर्ट
बिहारशरीफ : सरकारी मानक के अनुरूप काम नहीं करने वाले जांच घरों के संचालक हो जाएं अलर्ट. ऐसे जांच घरों की चिहिंत करने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. अगर जांच -पड़ताल के दौरान मानक के अनुरूप संचालित नहीं पाये जाने की स्थिति में संबंधित जांच घरों के संचालक कार्रवाई की जद में आ जाएंगे. छापेमारी टीम के सदस्यों ने शुक्रवार को शहर के विभिन्न स्थानों पर सघन छापेमारी की.
मंगला स्थान व खंदकपर स्थित जांच घरों में छापेमारी
छापेमारी टीम ने शहर के खंदकपर एवं रामचंद्रपुर के मंगलास्थान मोहल्लों में संचालित विभिन्न जांच घरों में दस्तक देकर जांच पड़ताल की. सिविल सर्जन डाॅ सुबोध प्रसाद द्वारा गठित जांच दल ने शहर के कुल 16 जांच घरों की जांच -पड़ताल किया. इस दौरान टीम के अधिकारियों ने जांच के दौरान इस बात पर विशेष ध्यान दिया कि जांच घर सरकार के मापदंड के अनुसार संचालित हो पा रहा है या की नहीं.
इसके अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर भी जांच की. संचालित जांच घर रजिस्ट्रड है या की नहीं इस बात की जांच की जा रही है. जांच टीम में शामिल अधिकारी डाॅ राकेश कुमार ने बताया कि शहर में उक्त स्थानों के 16 जांच घरों में की गयी जांच से संबंधित रिपोर्ट सिविल सर्जन डाॅ सुबोध प्रसाद सिंह को सौंपी जायेगी. जांच प्रतिवेदन बनाया जा रहा है. सिविल सर्जन डाॅ सिंह के आदेश के आलोक में आगे भी जांच -पड़ताल करने का काम जारी रहेगा.मालूम हो कि पिछले महीने भी छापेमारी टीम के अधिकारियों ने जिले की 41 क्लिनिकों की जांच की थी. पिछले दिनों सिविल सर्जन डाॅ सुबोध प्रसाद सिंह ने पीएनटी एक्ट कमेटी की बैठक कर गठित टीम के सदस्यों के नियमित रूप से जांच करने का आदेश दिया था.
साथ ही जांच से संबंधित रिपोर्ट देने को भी कहा था. मालूम हो कि जिलास्तर पर दो छापेमारी टीम गठित है. इसके अलावा अनुमंडलीय स्तर पर राजगीर व हिलसा में टीमें गठित हैं. अनुमंडलीय स्तर पर वहां के उपाधीक्षक के नेतृत्व में जांच दल गठित है. जांच दल में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ राजेंद्र चौधरी भी शामिल थे.