बिचौलियों पर कसा कानून का शिकंजा
बिहारशरीफ (नालंदा): सोमवार को अचानक पुलिस ने जिला निबंधन व परिवहन कार्यालय में छापेमारी की. छापेमारी में पुलिस ने कई बिचौलियों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिये गये बिचौलियों के पास से कई तरह के सरकारी कागजात बरामद किये गये हैं. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद उक्त दोनों विभागों में हड़कंप मचा […]
बिहारशरीफ (नालंदा): सोमवार को अचानक पुलिस ने जिला निबंधन व परिवहन कार्यालय में छापेमारी की. छापेमारी में पुलिस ने कई बिचौलियों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिये गये बिचौलियों के पास से कई तरह के सरकारी कागजात बरामद किये गये हैं. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद उक्त दोनों विभागों में हड़कंप मचा है. कोई भी सरकारी कर्मचारी कुछ भी बताने से अपने-आप को बचा रहा है. यह छापेमारी विधि-व्यवस्था डीएसपी मो कासिम, एसडीपीओ शम्स अफरोज व नगर इंस्पेक्टर मुंद्रिका प्रसाद के संयुक्त नेतृत्व में दी गयी. कयास लगाये जा रहे हैं कि अभी और बिचौलिये पकड़े जायेंगे.
समाहरणालय के समीप स्थित उक्त दोनों विभागों में काफी वर्षो से बिचौलियों के सक्रिय होने की सूचना पुलिस प्रशासन को मिल रही थी. बताया जा रहा था कि कई ऐसे भी लोग हैं, जो अनधिकृत रूप से प्रतिदिन संबंधित विभागों में सरकारी बाबुओं की तरह कार्यालय की शोभा बढ़ाते हैं. जिला परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य तरह के वाहन से संबंधित कागजात बनाने को लेकर बिचौलिये की एक बड़ी फौज बैठी रहती है.
सूत्रों की माने तो ऐसे दलालों के तार पटना से भी जुड़े होते हैं. एसडीपीओ शम्स अफरोज ने बताया कि छापेमारी के क्रम में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. बरामद कागजात की जांच की जा रही है. एसडीपीओ ने बताया कि यह जांच का विषय है कि आखिर पुलिस के हत्थे चढ़े लोगों के पास से जिला परिवहन कार्यालय से निर्गत सरकारी कागजात कैसे पहुंचे हैं. मजे की बात तो यह है पुलिस हत्थे चढ़े दलालों के पास से चिकित्सा प्रमाणपत्र, ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित कागजात, कई सादे फॉर्म सहित अन्य तरह के दस्तावेज हाथ लगे हैं.
इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी ब्रजेश कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने अपने यहां किसी भी दलाल के होने से इनकार किया है. श्री कुमार ने बताया कि कंप्यूटर कक्ष में रखे कुछ ड्राइविंग लाइसेंस को पुलिस अपने साथ ले गयी है. डीटीओ का मानना है कि कार्यालय कैंपस के आसपास कुछ ऐसे लोग हो सकते हैं, जो दूसरों को अपने जाल में फंसा कर वाहन संबंधित कागजात बनाने के नाम पर पैसे की उगाही करते हैं. पुलिस द्वारा निबंधन कार्यालय में की गयी छापेमारी के दौरान कार्यालय के बड़ा बाबू से तीन हजार रुपये की बरामदगी की गयी है. पुलिस का तर्क है कि संबंधित बड़ा बाबू कोर्ट मैरेज के नाम पर तयशुदा रकम से ज्यादा की राशि वसूला करते थे. पुलिस द्वारा निबंधन कार्यालय की स्थापना शाखा के अंदर रखे कई कागजात की जांच की गयी है. एसडीपीओ ने बताया कि इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी की गयी है. संबंधित गिरफ्तार लोगों के नाम व उनके पद की जानकारी ली जा रही है.