बिहारशरीफ : नालंदा डेयरी के उद्घाटन के मौके पर सीएम ने कह के सूबे में छह दूध उत्पादन सहकारी समितियां हैं. इसे बढ़ा कर 10 करने का प्रयास किया जायेगा. नालंदा, नवादा, शेखपुरा और जरूरत पड़ी तो मुंगेर को मिला कर एक समिति बनायी जायेगी.
वैशाली, पाटलिपुत्र सहकारी संघ का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा के उत्तर और गंगा के दक्षिण भी यही सहकारी समिति कार्य कर रही है. इसका क्षेत्र काफी बड़ा है. उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन बढ़ा है, लेकिन हम चाहते हैं कि और बढ़े, समितियों के बीच दूध उत्पादन के क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो, इसलिए समितियों की संख्या बढ़ाया जाना जरूरी हो गया है.
देशी नस्ल को बचाना जरूरी : मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी नस्ल को बढ़ावा दिया जाना तो ठीक है, लेकिन हमें देशी नस्ल को भी नहीं भूलना चाहिए. इसे भी बचाना जरूरी है. देशी नस्ल और ज्यादा दूध दे इसका प्रयास होना चाहिए. इस नस्ल की सुरक्षा के लिए अलग से व्यवस्था की जायेगी. हम जहां भी जाते हैं लोग कहते है कि देशी गोबर और मूत्र का प्रयोग करना अधिक लाभदायक हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देशी नस्ल में भी अपार क्षमता है. इस क्षमता का अब तक दोहन नहीं हुआ है. समारोह को सांसद, कौशलेंद्र कुमार, सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार, कंफेड के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, प्रबंध निदेशक हरजीत कौर, पशुपालन विभाग के सचिव संतोष मल्ल आदि ने संबोधित किया. कंफेड द्वारा सीएम को राध-कृष्ण का प्रतीक चिह्न् भेंट किया गया. इस मौके पर विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार, विपा राजू यादव, हीरा प्रसाद बिंद, सीएम के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह, विशेष सचिव अतीश चंद्रा, डीएम पलका साहनी, एसपी डॉ सिद्धार्थ, कंफेड के सुधीर कुमार सिंह, जदयू के जिलाध्यक्ष सियाशरण ठाकुर सहित बड़ी संख्या में जदयू के स्थानीय नेतागण विभिन्न जगहों के किसान व कंफेड के प्रतिनिधि मौजूद थे.