नगर निगम तैयार कर रहा डाटा
अनदेखी. शहर के 32 फीसदी घरों में नहीं है पेयजल की सुविधा नगर विकास के आदेश पर सरकार के सात निश्चयों के तहत हाउस टू हाउस सर्वे कराया गया है. कर्मियों को लगा कर शहर की बुनियादी सुविधाओं का आंकलन कराया गया है रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम द्वारा सभी आंकड़ों का डाटा तैयार […]
अनदेखी. शहर के 32 फीसदी घरों में नहीं है पेयजल की सुविधा
नगर विकास के आदेश पर सरकार के सात निश्चयों के तहत हाउस टू हाउस सर्वे कराया गया है. कर्मियों को लगा कर शहर की बुनियादी सुविधाओं का आंकलन कराया गया है रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम द्वारा सभी आंकड़ों का डाटा तैयार किया जा रहा है. इसके बाद डाटा को नगर निगम विकास विभाग के पास भेज दी जायेगी.
सर्वे रिपोर्ट से हुआ खुलासा
बिहारशरीफ : शहर के 32 फीसदी घरों में नल जल की सुविधा नहीं है. इसका खुलासा नगर निगम द्वारा हाल में कराये गये सर्वे से हुआ. नगर विकास के आदेश पर सरकार के सात निश्चयों के तहत हाउस टू हाउस सर्वे कराया गया है. कर्मियों को लगा कर शहर की बुनियादी सुविधाओं का आंकलन कराया गया है रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम द्वारा सभी आंकड़ों का डाटा तैयार किया जा रहा है. इसके बाद डाटा को नगर निगम विकास विभाग के पास भेज दी जायेगी. तत्पश्चचात बाद में एक्शन प्लान बनाकर काम किया जायेगा. सरकार की सोच है कि बुनियादी समस्याओं को ध्यान में रखकर काम की जायेे.
स्टैंंड पोस्ट से लेकर चापाकल से बुझती है प्यास:
पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए
नगर निगम द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है. शहर में बोरिंग से लेकर स्टैंड पोस्ट की भी व्यवस्था की गयी है. घरों तक नल कनेक्शन पहुंचायी गयी है, फिर भी कमी है. शहर में कई ऐसे टोले हैं, जहां के गरीब लोगों की प्यास सड़कों पर बने चापाकल व स्टैंड पोस्ट से बूझती है. इन दोनों को खराब होने की स्थिति में स्थिति क्या होता यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.
कारगर उपाय से मिली सफलता: गरमी में पानी की समस्या से निबटने के लिए नगर निगम द्वारा कारगर उपाय की गयी थी. यही कारण है कि इस साल गरमी में पानी के लिए हंगामा और साल की तुलना में कम हुआ. नगर निगम द्वारा हेेल्पलाइन जारी किया गया था. इस पर सूचना देेने के बाद टैैंकर से पानी पहुंचायी जाती है. इसके अलावा जनहित को देखते ही पैसा लेकर पानी बेचने का रोजगार भी इस साल बंद कर दिया गया.
बिहारशरीफ शहर में हैं 41200 घर:
नगर निगम क्षेत्र में कूल घरों की संख्या 41 हजार 200 है. इन घरों में रहने वाले की प्रमुख समस्याओं का चार्ट तैयार कराया गया है. मसलन घर के पास नाला है कि नहीं और है तो नाला ढका हुआ है कि नहीं. घर में पेजयल की व्यवस्था क्या है सरकारी स्तर पर नल कनेक्शन है कि नहीं अगर है पानी टपकता है की . साथ ही घर में शौचालय है कि नहीं. हर घर का पर्सनल डाटा तैयार करके उसको विभाग को सौंपा जायेगा. विभाग द्वारा प्रोजेक्ट के अनुरूप योजना बनाया जायेगा.
एरिया के अनुसार काम किया जायेगा:
डाटा रिपोर्ट के अनुसार नल जल की व्यवस्था की जायेगी. घरों की संख्या व एरिया को ध्यान में रखकर ही आगे पाइपलाइन का विस्तार करने की योजना है.
क्या कहते अधिकारी:
जन समस्याओं का आंकलन करने के लिए सर्वे कराया गया है. रिपोर्ट आ गया है उसका डाटा तैयार कराया जा रहा है. डाटा को विभाग के पास भेज दिया जायेगा. डाटा के अनुसार नल जल समेत बुनियादी जरूरतों के अनुसार काम होगा. हर घर को नल जल की व्यवस्था करने के लिए 20 करोड़ रुपये से पाइप लाइन विस्तार कराया जा रहा है. शहर में पेयजल की व्यापक काम करने के लिए अटल अमृत योजना से काम कराने का प्रस्ताव भी सरकार के पास भेजा गया है.
कौशल कुमार,नगर आयुक्त बिहारशरीफ नगर निगम
क्या कहते हैं मेयर:
पेयजल की समस्याओं को दूर करने के लिए कई काम शहर में कराया गया और काम कराया शेष हैै. अटल अमृत योजना से प्रोजेक्ट बनाकर विभाग के पास भेजा गया है. इसके आने से पेयजल की समस्या करीब समाप्त हो जायेगी. हर घर में नल जल की व्यस्था हो जायेगी.