उपद्रवियों पर होगी सख्त कार्रवाई
बिहारशरीफ : जिला प्रशासन ने व्हाट्सएप, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर भड़काने वाले न्यूज व फोटो पोस्ट करने वालों पर सख्ती बरतने का मन बनाया है. इस संबंध में सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से शांति, सुव्यवस्था एवं सांप्रदायिक सद्भाव बनाये रखने के आम जनों से अपील की गयी है. साथ ही ऐसी […]
बिहारशरीफ : जिला प्रशासन ने व्हाट्सएप, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर भड़काने वाले न्यूज व फोटो पोस्ट करने वालों पर सख्ती बरतने का मन बनाया है. इस संबंध में सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से शांति, सुव्यवस्था एवं सांप्रदायिक सद्भाव बनाये रखने के आम जनों से अपील की गयी है. साथ ही ऐसी हरकत करने वालों पर क्या-क्या कार्रवाई की जा सकती है. इसकी जानकारी देने के लिए शहर में पंपलेट बांटे जा रहे हैं. जिला प्रशासन ने कहा कि हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है. यहां प्रत्येक व्यकित स्वेच्छा से कोई भी धार्मिक पंथ को मानने एवं पूजा पद्धति अपनाने के लिए स्वतंत्र है. सर्व धर्म समभाव हमारी मूलभूत पहचान है. हमारे संविधान की इस खूबसूरत व्यवस्था को तोड़ने का किसी को अधिकार नहीं है.
अगर किसी के द्वारा आपसी सौहार्द, अमन-चैन एवं सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का प्रयास किया जाता है तो उससे निबटने के लिए अनेक कठोर से कठोर कानून अस्तित्व में हैं. जिला प्रशासन ने अपराधों की किस्म का उल्लेख करते हुए उसके खिलाफ लगाये जाने वाले धाराओं एवं मिलने वाली सजा की भी जानकारी है. यह भी बताया गया हे कि कुछ अधिनियमों के तहत संपत्ति जब्त करने, जिला बदर करने, डीटेन करने, फिंगर प्रिंट लेकर स्थायी रिकार्ड बनाये जाने, गिरफ्तारी व जुर्माना भी किया जा सकता है.
गुंडा पंजी में नाम हो सकता है दर्ज : जिला प्रशासन ने कहा है कि इसके अलावा ऐसे लोगों का नाम पुलिस थाना के गुंडा पंजी में दर्ज किया जा सकता है. चरित्र प्रमाण पत्र पर प्रतिकूल टिप्पणी अंकित की जा सकती है. शस्त्र अनुज्ञप्ति नहीं मिल सकती है, पासपोर्ट नहीं मिल सकता है.
नौकरी में कठिनाई हो सकती है, छात्रों के चरित्र पर दाग लग सकता है, उसकी छवि स्थायी रूप से प्रभावित हो सकती है. जिला पदाधिकारी डॉ. त्याग राजन एसएम व पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने शहर वासियों व आम जनों से अपील की हे कि वे हर परिस्थिति में आपसी प्रेम, भाईचारा, सांप्रदायिक सौहार्द एवं अमन-चैन बनाये रखे. भारत की बहुरंगी संस्कृति जिसमें हर धर्म, भाषा, जाति, क्षेत्र, बोली के लोग एक साथ हरते हैं को बिगड़ने न दें. इसे और सुदृढ़ और खूबसूरत बनाने का प्रयास हम सभी को मिल कर करना चाहिए.