बाढ़ के मद्देनजर अलर्ट किये गये बीएचओ

पीड़ित इलाकों के पशुओं पर रखें नजर मेडिकल टीम को सतर्क रहने की हिदायत बिहारशरीफ : बाढ़ के मद्देनजर जिले के प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर अनुमंडलीय पशु चिकित्सा पदाधिकारियों को जिला पशुपालन पदाधिकारी ने अलर्ट जारी कर दिया है. खासकर बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के पशु चिकित्सा पदाधिकारियों को बराबर अलर्ट रहने को कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2016 6:19 AM

पीड़ित इलाकों के पशुओं पर रखें नजर

मेडिकल टीम को सतर्क रहने की हिदायत
बिहारशरीफ : बाढ़ के मद्देनजर जिले के प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर अनुमंडलीय पशु चिकित्सा पदाधिकारियों को जिला पशुपालन पदाधिकारी ने अलर्ट जारी कर दिया है. खासकर बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के पशु चिकित्सा पदाधिकारियों को बराबर अलर्ट रहने को कहा गया है. जिस क्षेत्र में बाढ़ आयी है वहां के डॉक्टरों को प्रभावित गांव,कसबों व टोलों पर विशेष नजर रखने को कहा गया. इन क्षेत्रों में रह रहे पशुओं की सेहत पर नजर रखने की हिदायत पशु चिकित्सकों को दी गयी है. ताकि पशुधन का सेहत प्रभावित नहीं हो सके. पशुधन को बीमारियों से बचाया जा सके.
चिकित्सकों को सख्त हिदायत दी गयी है कि बीमार पशुओं को तुरंत चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जाय. साथ ही प्रभावित एरिया में अगर पशुधन बीमार होते हैं, तो इसकी सूचना अविलंब जिला पशुपालन विभाग को उपलब्ध करायें. ताकी जरूरत पड़ने पर जिलास्तर पर गठित मेडिकल टीम प्रभावित एरिया में जाकर पीड़ित पशुओं को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करा सके. जिले के हिलसा अनुमंडल क्षेत्र की फल्गू व लोकाइन नदियों में बाढ़ आयी हुई है. शुक्रवार की दोपहर बाद इन नदियों में अचानक बाढ़ आ गयी थी. इससे नदी के किनारे व आसपास कई गांवों में बाढ़ पानी का प्रवेश हो गया था.
जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गयी थी. हिलसा प्रखंड के कोरावां,रेड़ी,चिकसौरा,मिर्जापुर गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया था. इसके मद्देनजर जिला पशुपालन पदाधिकारी जीवछ नारायण यादव ने उक्त क्षेत्र के एकंगरसराय,इस्लामपुर,हिलसा,
करायपरशुराय के बीएचओ,टीभीओ तथा हिलसा अनुमंडलीय पशु चिकित्सा पदाधिकारी को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश देते हुए इन क्षेत्रों के पशुधनों पर नजर रखने को कहा है. साथ ही जिले के अन्य प्रखंडों के बीएचओ व पशुपालन पदाधिकारियों को भी अलर्ट रहने को कहा है. सभी पशु अस्पतालों में पर्याप्त रूप से जीवनरक्षक दवाइयां उपलब्ध करायी जा चुकी है.

Next Article

Exit mobile version