सपने को सच होने जैसी अनुभूति
बिहारशरीफ : यूनिवर्सिटी ऑफ नालंदा के प्रथम दीक्षांत समारोह में शामिल छात्र-छात्राओं ने इसे अपने जीवन का अनमोल व अविस्मरणीय क्षण बताया है. सम्मानित होने वाले अधिकांश छात्रों ने कहा कि इस समारोह का हिस्सा बनना उनके लिए गौरवशाली है. सपनों के सच होने जैसी अनुभूति के साथ उन्हें जीवन में कुछ अलग करने की […]
बिहारशरीफ : यूनिवर्सिटी ऑफ नालंदा के प्रथम दीक्षांत समारोह में शामिल छात्र-छात्राओं ने इसे अपने जीवन का अनमोल व अविस्मरणीय क्षण बताया है. सम्मानित होने वाले अधिकांश छात्रों ने कहा कि इस समारोह का हिस्सा बनना उनके लिए गौरवशाली है. सपनों के सच होने जैसी अनुभूति के साथ उन्हें जीवन में कुछ अलग करने की प्रेरणा मिली है.
प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की तर्ज पर इस नवस्थापित यूनिवर्सिटी ऑफ नालंदा में शिक्षण पद्धति पर अंतरराष्ट्रीय छाप है. मूल रूप से जिले के अस्थावां थाना क्षेत्र के क्रमसपुर की निवासी मिस सालाह के पिता रेलवे विभाग के अधिकारी केबी सलाउद्दीन एवं माता प्रवीण सालाह ने भी खुशी का इजहार करते हुए कहा कि उन्हें बेटी की सफलता पर नाज है.
प्रवेश को बनाए गए थे दो गेट : समरोह में जाने के लिए दो गेट बनाए गए थे. एक गेट से वीआईपी और दूसरे से वीवीआईपी को प्रवेश कराया गया था. दोनों गेटों पर सुरक्षा के काफी इंतजाम थे. गेट नंबर दो पर राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के पार्किंग की व्यवस्था थी. गेट नंबर एक पर जिनके पास आमंत्रण पत्र और वाहन पार्किंग पास उपलब्ध था, उन्हें सुविधा दी गयी.