बिहारशरीफ/हरनौत (नालंदा) : हरनौत प्रखंड जदयू अध्यक्ष सह लोहरा पंचायत के मुखिया पति सह पूर्व प्रखंड प्रमुख इंद्रजीत सेन के घर से 168 बोतल देसी शराब बरामद होने और उनकी गिरफ्तारी के बाद प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक मंगलवार को दिनभर आंदोलित रहा.
साजिश के तहत जदयू नेता व मुखियापति को फंसाने का आरोप लगाते हुए पहले सैकड़ों की संख्या में जिला मुख्यालय बिहारशरीफ पहुंचे. नाराज ग्रामीणों ने अाबकारी थाने का घेराव करते हुए मुखिया पति सह जदयू नेता की रिहाई की मांग की. ग्रामीण पूरे मामले की गहराई से जांच करने की मांग करते हुए लोहरा पंचायत के ही एक पूर्व मुखिया पर जदयू नेता को फंसाने का अारोप लगाया. उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर दिलीप कुमार ने घेराव कर रहे ग्रामीणों से कहा कि आप लोग यहां घेराव करने क्यों आये हैं.
इसमें उत्पाद विभाग का क्या दोष है. उन्होंने ग्रामीणों से पूछा कि क्या आप लोग समझते हैं कि उत्पाद विभाग ने ही जदयू नेता के घर में शराब रख दी थी. इस पर ग्रामीणों ने नहीं कहा. ग्रामीण लोहरा गांव के ही पूर्व मुखिया पर साजिश रचने का आरोप लगाया. इसके बाद उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि जब आप लोग स्वयं इस मामले में उत्पाद विभाग को दोषी नहीं मानते हैं तो यहां आकर घेराव क्यों कर रहे हैं. जिन्हें आप फंसाने का दोषी मानते हैं, वहां जा कर घेराव किजीए. वहां मौजूद पुलिस ने ग्रामीणों को समझा- बुझा कर वापस हरनौत भेज दिया.
पटना में बनी है शराब : लोहरा गांव से बरामद देसी शराब की बोतलें पटना में निर्मित हैं. यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि पंचायत चुनाव के दौरान देसी शराब का स्टॉक ग्रामीणों के बीच बांटने के लिए जमा किया गया था. पंचायत चुनाव में उपयोग के बाद बच गयी देसी शराब को वहां छिपा कर रख दिया गया था.
एनएच 31 एवं 30ए को किया जाम: हरनौत पहुंच कर लोहरा पंचायत के ग्रामीण बाजार स्थित चंडी मोड़ के पास एनएच 31 को जाम कर दिया. इसके कारण एनएच 30ए सहित एनएच 31 पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. इस जाम में कई स्कूली वाहन भी फंस गये. दोपहर बाद दो बजे से शुरू हुआ जाम शाम के पौने पांच बजे के करीब हटा. जाम की सूचना पर बिहारशरीफ के अनुमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार व एसडीपीओ मो शैर्फूर रहमान हरनौत पहुंचे व जाम कर रहे ग्रामीणों से बात की. ग्रामीण इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग पर अड़े थे.
एसडीओ व एसडीपीओ ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आप लोग पहले जाम हटाइये. फिर मामले भी जांच की जायेगी. इसके बाद एसडीओ व एसडीपीओ मामले की जांच के लिए हरनौत प्रखंड के लोहरा गांव पहुंचे. जांच के लिए लोहरा गांव पहुंचने की सूचना पर ग्रामीण अाश्वस्त हुए फिर जाम हटा लिया.
ग्रामीणों की नाराजगी का करना पड़ा सामना : एसडीओ व एसडीपीओ जब मामले की जांच के लिए लोहरा गांव पहुंचे तो नाराज ग्रामीणों खास कर गांव की महिलाओं के तल्ख तेवर का सामना करना पड़ा. वे जदयू नेता सह मुखियापति की गिरफ्तारी का विरोध कर रही थीं.