पावापुरी भी बनेगी नपं छह गांवों को किया जायेगा शामिल
5492.05 एकड़ का होगा क्षेत्रफल बिहारशरीफ : विश्व प्रसिद्ध पावापुरी को नगर पंचायत का दर्जा दिलाये जाने का काम शुरू हो गया है. जिला प्रशासन द्वारा प्रस्ताव को फाइनल कर राज्य सरकार के पास भेज दिया गया है. राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को पत्र देकर प्रपोजल बनाने का आदेश दिया था. जिला प्रशासन के […]
5492.05 एकड़ का होगा क्षेत्रफल
बिहारशरीफ : विश्व प्रसिद्ध पावापुरी को नगर पंचायत का दर्जा दिलाये जाने का काम शुरू हो गया है. जिला प्रशासन द्वारा प्रस्ताव को फाइनल कर राज्य सरकार के पास भेज दिया गया है. राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को पत्र देकर प्रपोजल बनाने का आदेश दिया था.
जिला प्रशासन के द्वारा प्रस्ताव को अमली जामा दे दिया गया है. राज्य सरकार से अनुमोदन मिलते ही पावापुरी भी नगर पंचायत हो जायेगी. बस इसके बाद एतिहासिक पावापुरी को नगर पंचायत बनने का सपना साकार होने वाला है. नगर विकास विभाग की पहल पर गिरयिक प्रखंड के एरिया को काटकर पावापुरी नगर पंचायत बनाये जाने का प्रस्ताव है. इसमें कई गांवों को शामिल की जायेगी. नगर पंचायत की चौहदी व भू-भाग को भी तय कर लिया गया हैं. सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही जिले में नौ नगर पंचायत बन जायेगी. इसमें
पावापुरी,नालंदा,एकंगरसराय,चंडी,नगरनौसा, सरमेरा,नूरसराय,अस्थावां शामिल है. नगर विकास विभाग द्वारा जिला प्रशासन से इसके लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया था. प्रशासन द्वारा सभी का विस्तृत रिपोर्ट बनाकर भेजा गया है. इसमें सरमेरा, चंडी, गिरियक, नूरसराय, एकंगरसराराय,अस्थावां, नगरनौसा को नगर पंचायत बनना है. उक्त प्रखंड के एरिया व शहरी आबादी का मुल्यांकन स्थानीय बीडीओ को करने को कहा गया था.
आदेश के बाद बीडीओ द्वारा उक्त क्षेत्र के एरिया का सीमाकन व आबादी को चिहिन्त करके जिला प्रशासन के पास प्रस्ताव भेजा गया था. वैसे पावापुरी अंतरराट्रीय पर्यटक स्थल जरूर है, बाजार भी है. लेकिन प्रशासनिक रूप में पिछड़ा है. अब जबकि नगर पंचायत बनने का सपना साकार होने वाला है. इस क्षेत्र का और सर्वागीण विकास होगा. यह नगरी भगवान महावीर से जुड़ा है. जैन धर्मावलंबियों के लिए प्रसिद्व स्थल है.
क्षेत्र का होगा सर्वागीण विकास
नगर पंचायत बनने के बाद उक्त क्षेत्र का सवार्गीण विकास तो होगा. लोगों को बेहतर नागरिक सुविधाएं भी मिलने लगेंगी. जिन क्षेत्रों को नगर पंचायत में शामिल की जायेगी उसकी गिनती नगर पंचायत के वार्ड में हो जायेगा. नगर पंचायत व नगर परिषद बनने से नगर विकास विभाग द्वारा लिये विशेष आवंटन की व्यवस्था करायी जायेगी ताकि नगर की श्रेणी में पंचायत के गांव में आ सकें.
इन प्रखंड के ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से मांग की जा रही थी कि नगर पंचायत का दर्जा दी जायी ताकि सर्वागीण विकास हो सकें. अब जबकि सरकार द्वारा अमली जामा पहनाये जाने की पहल कर दी गयी है लोगों में काफी उत्साह र्है.
हरनौत के दावा आपत्ति का निबटारा
हाल मे ंनगर विकास विभाग द्वारा हरनौत प्रखंंड को नगर पंचायत का दर्जा मिल चुका हैं. हरनौत को नगर पंचायत को दर्जा मिलने के बाद लोगों सेआपत्ति की मांग गयी थी. बताया जाता है एक व्यक्ति ने दावास आपत्ति दिया था. इसका निबटारा कर लिया गया है. विभाग को भेजा भी यह उक्त जानकारी भेजी जा चुकी है.
नगर पंचायत का खाका
इसमें छह गंावों को रखा गया है. इसकी चौहदी भी तय कर लिया गया है. इसका क्षेत्रफल 5492.05 एकड़ का होगा.
गंव का नाम क्षेत्रफल
चोरसुआ 985.11
पोखरपुर 1034.97
पुरी 619.99
दुर्गापुर 636.99
दशरथपुर 570.99
पावा 1644.00
चौहदी इस प्रकार होगी
उतर हरागांवा
दक्षिण रैतर
पूर्व धोस्रावां
पश्विम नानंद