जिले में डेंगू व चिकनगुनिया का कहर

मुहिम. जांच को भेजे गये हैं ब्लड के दर्जन भर नमूने एनएमसीएच आये दिन प्रतिवेदित हो रहे मरीज एलाइजा जांच रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा बिहारशरीफ : नालंदा जिले में डेंगू का डंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. आये दिन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इसके संदिग्ध से लेकर कंफर्म मरीज प्रतिवेदित हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2016 12:52 AM

मुहिम. जांच को भेजे गये हैं ब्लड के दर्जन भर नमूने एनएमसीएच

आये दिन प्रतिवेदित हो रहे मरीज
एलाइजा जांच रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा
बिहारशरीफ : नालंदा जिले में डेंगू का डंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. आये दिन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इसके संदिग्ध से लेकर कंफर्म मरीज प्रतिवेदित हो रहे हैं. हालांकि डेंगू का डंक पर रोक लगाने व इससे बचाव के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग है.प्रभावित एरिया में डेंगू के लार्वा को खत्म करने के लिए टेक्निकल मालाथियॉन की फॉगिग करायी जा रही है. बावजूद डेंगू का लार्वा पूरी तरह से अभी तक नष्ट नहीं हो पा रहा है. जिला स्वास्थ्य विभाग संदिग्ध मरीज मिलने के बाद ब्लड संग्रह कर एलाइजा जांच के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज,पटना के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेज रहा है.
ताकी एलाइजा जांच से डेंगू कंफर्म हो सके.डेंगू के जितने भी मरीज अब तक जिले में प्रतिवेदित हुए हैं. जिसमें से सबसे ज्यादा सदर प्रखंड बिहारशरीफ में करीब 50 मरीज प्रतिवेदित हुए हैं. जिसमें से सबसे अधिक शहर में ही डेंगू के 43 कंफर्म मरीज हैं. ये सभी एलाइजा जांच रिपोर्ट में पुष्टि हो चुकी है. सदर प्रखंड के शहर के एक दर्जन से अधिक मोहल्लों में डेंगू के कंफर्म मरीज मिल चुके हैं. जिसमें से
सालूगंज,नीमगंज,महलपर ,हाजीपुर,पंडितगली, कंटाही, खरादी, निचली खंदकपर ,मोगलकुआं, भरावपर, पुलपर, तकियागली आदि मोहल्ले शामिल हैं. इतना ही नहीं भरावपर व पुलपर मोहल्लों में चिकिनगुनिया के भी मरीज चिंहित हुए हैं. जिले में अब तक डेंगू के 63 एलाइजा कंफर्म मरीज मिल चुके हैं. इसके अलावा पिछले चार दिनों के दौरान 69 संदिग्ध मरीजों के ब्लड संग्रह कर एलाइजा जांच के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज,पटना के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेजा गया है.
जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ.मनोरंजन कुमार ने बताया कि अभी तक एनएमसीएच से एलाइजा जांच रिपोर्ट जिला स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि डेंगू मच्छर की उत्पति वाले स्थानों को चिंहित कर उसे नष्ट करने का काम स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों के घरों में जाकर किया जा रहा है.
साथ गमले में जमे पानी, टूटे-फूटे बर्तनों से पानी उड़ेलने का भी काम किया जा रहा है. डेंगू का डंक से निपटने व इससे पीड़ित होने वाले लोगों के इलाज के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिले के दो जगहों पर हेल्थ कैंप की व्यवस्था कर रखी है. यह कैंप शहर के सालूगंज व सिलाव प्रखंड के कड़ाह गांव में काम कर रहा है. दोनों हेल्थ कैंप 24 घंटे संचालित किये जा रहे हैं. र्कैप में संदिग्ध मरीजों के इलाज के साथ ब्लड संग्रह करने की व्यवस्था की गयी है. कैंप में चिकित्सक से लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी तैनात हैं.
उक्त लोग रोस्टर के अनुसार कैंप में काम करने में लगे हैं. इतना ही नहीं प्रभावित क्षेत्रों के घरों में जाकर एएनएम व स्वास्थ्य कर्मी लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक करने में लगे हैं. सिलाव के कड़ाह मोहल्ले में भी डेंगू के 14 कंफर्म मरीज प्रतिवेदित हो चुके हैं. इसके अलावा कई संदिग्ध मरीज भी मिले हैं.
माइकिंग से बचाव की दी जा रही जानकारी
डेंगू व चिकिनगुनिया बीमारी से बचाव व इसके लक्षण के बारे में प्रचार-प्रसार के माध्यम से जानकारी दी जा रही है. शहर के सालूगंज,नीमगंज,महलपर,मोगलकुआं,कंटाही, पंडितगली समेत डेंगू प्रभावित मोहल्लों में माइकिंग से जानकारी घूम-घूमकर दी जा रही है. साथ ही बैनर -पोस्टर भी लगाये जा रहे हैं.
इलाज के बाद 47 मरीज हुए स्वस्थ
इलाज के बाद जिले में डेंगू के दर्जनभर मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.नालंदा जिले में अब तक जितने मरीज मिले हैं उसमें से 47 मरीज स्वस्थ होकर अपने-अपने घरों में स्वास्थ्य लाभ उठा रहे हैं. सिविल सर्जन डॉ. सुबोध प्रसाद सिंह व जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मनोरंजन कुमार ने बताया कि स्वस्थ होने वाले मरीजों में शहर के 32,सिलाव के 13,हरनौत 01 व थरथरी के एक मरीज शामिल हैं.

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