राजगीर में फोर सीटर रोपवे का निर्माण शुरू
18 माह में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित राजगीर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार राजगीर के रत्नागिरी पर्वत पर बनने वाला फोर सिटर रोपवे का निर्माण कार्य रविवार से शुरू हो गया. जिसे 18 माह में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसे 18 माह में पूरा करने का […]
18 माह में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित
राजगीर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार राजगीर के रत्नागिरी पर्वत पर बनने वाला फोर सिटर रोपवे का निर्माण कार्य रविवार से शुरू हो गया. जिसे 18 माह में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसे 18 माह में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
फोर सिटर रोपवे का निर्माण भारत सरकार के उपक्रम राइट्स की देखरेख में किया जाना है.
रविवार को राइटस के परियोजना प्रबंधक नीतीश कौशिक व रोप निर्माण कंपनी कन्वेयर कोलकाता के महाप्रबंधक विपुल दास, आरसी चौधरी, कन्वेयर के सहायक कंपनी मेसर्स पंकज ने बिहार पर्यटन विकास निगम के सहायक अभियंता अरूण कुमार सिंह व कार्यपालक अभियंता जय किशोर राय की देखरेख में रोप निर्माण हेतु रत्नागिरी पर्वत के निचले सतह से सर्वे का काम रविवार को पूरे दिन चलता रहा. राइट्स के परियोजना प्रबंधक नीतीश कुमार ने कहा कि सर्वे का काम एक सप्ताह के अंदर खत्म कर दिया जायेगा.
इसके बाद भू विज्ञान तकनीक से मिट्टी की जांच की जायेगी. मिट्टी के जांच से यह पता लगाया जा सकेगा कि इस फोर सिटर रोप में कितने टावर की आवश्यकता होगी तथा टावर की गहराई कितना दिया जाय. उन्होंने बताया कि अभी पांच टावर पर काम शुरू किया गया है.
आवश्यकता के अनुसार टावर की संख्या घटायी या बढ़ायी जा सकती है. उन्होंने बताया कि यह रोपवे पूरी तरह से आधुनिक टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा. इसके केबिन पूरी तरह से पारदर्शी होंगे जो जिसका निर्माण इंडिया से बाहर किया जा रहा है.
5.57 मीटर होगा नये रोपवे की लंबाई : नये रोपवे की लंबाई 5.57 मीटर जबकि ऊंचाई 186 मीटर होगा. इसके बीच-बीच में आवश्यकता के अनुसार पांच टावर का निर्माण किया जायेगा.
नया रोपवे वर्तमान के रोपवे से पिम तरफ बनाया. जा रहा है. इसके निर्माण 18 माह में पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. 15 करोड़ 82 लाख रुपये की लागत से होगा फोर सीटर रोपवे का निर्माण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस महत्वपूर्ण परियोजना का शिलान्यास 28 नवंबर को किया था. इस परियोजना पर कुल 15 करोड़ 82 लाख रुपये खर्च किये जाने हैं. इसके निर्माण में वन विभाग की स्वीकृति एक बड़ी बाधा थी. जिसके कारण इस परियोजना को प्रारंभ होने में समय लगा रहा था. जिसके कारण यह महत्वपूर्ण परियोजना लगभग 22 माह बाद शुरू हो सका है.
राजगीर में निर्माणाधीन यह रोपवे बिहार का पहला रोपवे होगा : राजगीर में निर्मित होने वाला यह रोपवे बिहार का पहला रोपवे होगा. अब तक इस तरह का फोर सिटर रोपवे पूरे बिहार में कहीं नहीं है. वहीं देश के कुछ खास जगहों पर ही इस तरह के फोर सीटर रोपवे हैं. जिनमें नामची, गुड़गांव, कोलकाता, श्रीनगर, मैहर शामिल है.
पर्यटन उद्योग को लगेगा पंख :
राजगीर के रत्नागिरी पर्वत पर बनाये जा रहे यह फोर सिटर रोपवे विहार में पर्यटन उद्योग को एक नया आयाम देगा. माना जा रहा है कि यह पर्यटक के लिए खास आकर्षण का केंद्र होगा. इससे यहां पर्यटक की संख्या में और अधिक इजाफा होगा. वहीं सरकार के राजस्व की भी बढ़ोतरी होगी. व राजगीर सहित बिहार के पर्यटन उद्योग को चार चांद लग जायेगा. पुराने सिंगल रोपवे को विरासत के रूप में सहेज कर रखा जायेगा. राजगीर में पूर्व से निर्मित सिंगल रोपवे को नष्ट नहीं किया जायेगा. अपितु इसे विरासत के रूप में सहेज कर रखने की योजना है.
एक घंटे में 800 पर्यटक कर सकेंगे इसकी सैर
नये फोर सीटर रोपवे में 800 लोग इस पर आवागमन कर सकेंगे. वर्तमान के सिंगर रोपवे में 400 लोग एक घंटे में आवागमन करते हैं. नये रोपवे का गति 2.5 मीअर प्रति सेकेंड होगा.
36 केबिन होंगे नये रोपवे में
इस नये बनने वाले रोपवे में कुल 36 केविन होंगे. एक बार में एक केबिन एक साथ अधिकतम चार लोग बैठ सकेंगे. सभी केबिन पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी होगा. जिससे लोग हवा के सैर के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य का अवलोकन भी कर सकेंगे. अभी के रोपवे असुरक्षित होने के कारण इसमें बच्चों के बैठने का मनाही है, जबकि नये रोपवे में बच्चे भ्ीा सफर कर सकेंगे.