हुसैनपुर के डॉक्टर के वेतन पर रोक
जवाब तलब भी किया गया आैचक निरीक्षण में पाये गये अनुपस्थित बिहारशरीफ : बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का अभियान जारी है. एेसे लोगों को चिंहित कर कार्रवाई शुरू की गयी है. जिले के अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सिविल सर्जन […]
जवाब तलब भी किया गया
आैचक निरीक्षण में पाये गये अनुपस्थित
बिहारशरीफ : बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का अभियान जारी है. एेसे लोगों को चिंहित कर कार्रवाई शुरू की गयी है. जिले के अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सिविल सर्जन के द्वारा स्वास्थ्य संस्थानों की जांच की जा रही है. जांच के दरम्यान बिना सूचना के गायब रहने वाले चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का सिलसिला जारी है. गुरुवार को भी जिले के रहुई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत संचालित हुसैनपुर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सीएस ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.बालेश्वर शर्मा बिना सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित पाये गये.
समय पर डॉक्टरों की उपस्थिति हो सुनिश्चित
रोगियों को समय पर बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान की जाय. इसके लिए अस्पतालों में चिकित्सा पदाधिकारियों की उपस्थिति हरहाल में समय पर सुनिश्चित हो.
इसका दायित्व जिले के हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का है. इसलिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी इस बात पर विशेष ध्यान दें कि डॉक्टर से लेकर स्वास्थ्य कर्मी हर रोज निर्धारित समय पर उपस्थित हों.यदि इस कार्य में कोई चिकित्सा पदाधिकारी लापरवाही बरतते हैं तो इसकी सूचना उपलब्ध करायें. ताकी एेसे लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जा सके. साथ ही मरीजों को चिकित्सीय सलाह के अनुसार दवा उपलब्ध हो,इसके लिए अस्पतालों में जीवनरक्षक दवा की उपलब्धता बराबर सुनिश्चित रहे.
अनुपस्थित अवधि का वेतन कटा
सिविल सर्जन डॉ सुबोध प्रसाद सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान हुसैनपुर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.शर्मा अनुपस्थित पाये गये. इस मामले में सीएस डॉ.सिंह ने उनसे जवाब तलब किया है. साथ ही अनुपस्थित अवधि के दिन के वेतन भुगतान पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. सीएस डॉ. सिंह ने स्पष्टीकरण का जवाब शीघ्र देने को कहा है. सीएस ने बताया कि यदि स्पष्टीकरण का जवाब संतोषप्रद नहीं पाया गया तो उनके विरूद्ध अग्रतर कार्रवाई भी की जायेगी. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि मरीजों के चिकित्सा सेवा प्रदान करने में किसी तरह की कोताही बरदास्त नहीं की जायेगी. इस कार्य में कोताही बरतने वाले डॉक्टर से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी.