अपहृत तांत्रिक दो दिन बाद लौटा घर, पुलिस ने किया खुलासा

कर्ज में डूबे तांत्रिक ने पैसे वापस करने के लिए किया था नाटक ससुर ने दर्ज करायी थी अपहरण की प्राथमिकी बिहारशरीफ/करायपरसुराय : करायपरशुराय थाना क्षेत्र के चंदकुरा गांव से तथाकथित रूप से अपह्रत तांत्रिक राजेश्वर पासवान उर्फ राजेश्वर भगत उर्फ भगत जी दो दिनों के बाद सकुशल घर वापस लौट गया. दो दिन पूर्व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2016 4:07 AM

कर्ज में डूबे तांत्रिक ने पैसे वापस करने के लिए किया था नाटक

ससुर ने दर्ज करायी थी अपहरण की प्राथमिकी
बिहारशरीफ/करायपरसुराय : करायपरशुराय थाना क्षेत्र के चंदकुरा गांव से तथाकथित रूप से अपह्रत तांत्रिक राजेश्वर पासवान उर्फ राजेश्वर भगत उर्फ भगत जी दो दिनों के बाद सकुशल घर वापस लौट गया. दो दिन पूर्व 20 दिसंबर को धर्मकांत पासवान ने करायपरसुराय थाना में अपने दामाद राजेश्वर पासवान के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. दर्ज प्राथमिकी में फिरौती के लिए अपहरण कर लिये जाने का आरोप लगाते हुए कहा गया था कि दामाद को छोड़ने के एवज में पांच लाख रुपये की फिरौती की मांग की जा रही है. इस मामले के निष्पादन के लिए एसपी कुमार आशीष ने एसडीपीओ हिलसा के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया. टीम ने जब मामले में वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किया गया तो पता चला कि जिस नंबर से फिरौती की मांग की गयी है,
वह अपह्रत का का ही फोन है. मोबाइल का टावर लोकेशन 20 दिसंबर को दिन में बलिया उत्तर प्रदेश था. उसके बाद संध्या में उस मोबाइल का लोकेशन आरा पाया गया. एसआइटी की टीम द्वारा लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी. तथाकथित अपह्रत आरा में पुलिस के साथ लुकाछिपी का खेल खेल रहा था. कभी मोबाइल से नवादा बुलाता, तो कभी आरा. कभी आरा टाउन क्षेत्र को कभी रेलवे स्टेशन. एसआइटी की टीम उसे दबोचने का हर संभव प्रयास में जुटी थी
. तथाकथित अपहरत को यह अभास हो गया कि पुलिस उसके पीछे पड़ी है और कभी भी दबोच लिया जायेगा. इसके बाद वह पैसेंजर ट्रेन पकड़ कर अपनी ससुराल वापस आ गया. एसपी कुमार आशीष ने बताया कि अनुसंधान के दौरान यह बात प्रकाश में आया कि तथाकथित अपहरत राजेश्वर पासवान अपने आपको ओझा बताकर करायपरसुराय थाना व आपपास के थाना क्षेत्रों के अलावा आसपास के जिलों में झाड़ फूंक का काम करता है. वह उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी आया जाया किया करता था.
अपहरत का पैतृक गांव खुशरूपुर थाना क्षेत्र का टिलहार गांव है. वहां वह अपना सारा पैतृक संपत्ति बेच चुका है तथा गांव के लोगों से उसने काफी कर्ज लेकर गांव छोड़ दिया है. वह वर्तमान में अपनी ससुराल करायपरसुराय थाना क्षेत्र के चंदकुरा गांव में रहता है. एसपी ने बताया कि राजेश्वर पासवान कई लोगों से कर्ज लिये हुए था और लोग बराबर रुपये की मांग कर रहे थे. इस बात को लेकर तांत्रिक राजेश्वर पासवान ने अपने को अहपरण कर लिये जाने की साजिश रची. एसपी ने बताया कि तांत्रिक राजेश्वर पासवान का किसी ने अपहरण नहीं किया था. नालंदा पुलिस ने इस तथाकथित अपहरण के मामले में पटाक्षेप कर दिया है.
एसपी ने एसआईटी टीम में शामिल पदाधिकारियों पुनि मदन प्रसाद सिंह, करायपरसुराय के थानाध्यक्ष राकेश कुमार, पुअनि आशुतोष कुमार आदि को मामले का खुलासा करने में सफलता प्राप्त करने के लिए सम्मानित करने की घोषणा की है.

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