18 प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों के मानदेय में कटौती
लेखापाल व बीसीएम भी कार्रवाई की जद मेंप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीSpies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, आज हो तो देश में मच जाता है बवालRajiv Gauba : पटना के सरकारी स्कूल से राजीव गौबा ने की थी पढ़ाई अब बने नीति आयोग के सदस्यUPS: पुरानी […]
लेखापाल व बीसीएम भी कार्रवाई की जद में
दिसंबर माह के मानदेय में कटौती
बिहारशरीफ : जननी बाल सुरक्षा योजना में लापरवाही के आरोप में जिले के बीस में से 18 प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों के मानदेय में कटौती कर दी गयी है. इस कार्रवाई की जद में प्रखंड लेखापाल व बीसीएम भी आये हैं. उक्त लोगों के दिसंबर माह के मानदेय में दस फीसदी की कटौती कर दी गयी है. डीएम के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ ज्ञानेन्द्र शेखर एवं जिला लेखा प्रबंधक निर्भय सिंह ने जिले की सभी स्वास्थ्य इकाई में जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत लाभुकों को किये जा रहे प्रोत्साहन राशि भुगतान एवं बैकलॉग की जांच की गयी.
जांच में हरनौत,इस्लामपुर व बेन पीएचसी में भुगतान की स्थिति खराब पायी गयी. बेन एवं रहुई में बैकलॉग लाभुकों के भौतिक सत्यापन किया गया. जिसमें पाया गया कि अधिकतर लाभुकों के पास बैंक खाता रहने के बावजूद संबंधित इकाई की एएनएम,आशा कार्यकर्ता बैंक का खाता संख्या नहीं लेने के कारण लाभुकों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया है. आशा,एएनएम,बीसीएम,प्रखंड लेखापाल व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा अद्यतन भुगतान के लिए प्रयास नहीं किया जा रहा है. जांच प्रतिवेदन के आलोक में सिविल सर्जन डॉ सुबोध प्रसाद सिंह ने गिरियक व करायपरशुराय पीएचसी को छोड़कर शेष सभी पीएचसी के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड लेखापाल व बीसीएम के माह दिसंबर के मानदेय में 10 फीसदी कटौती करने का निर्देश प्रभारियों को दिया गया है. साथ ही, सभी पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि सभी बैकलॉग लाभुकों की सूची तैयार कर एक सप्ताह के अंदर कैंप लगाकर राशि का भुगतान करें. जांच में किसी लाभुक के पास बैंक खाता होने के बावजूद राशि भुगतान नहीं होने पर संबंधित प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक,लेखापाल को संविदामुक्त व प्रभारियों पर राष्ट्रीय कार्यक्रम में रुचि नहीं रखने के कारण विभागीय कार्रवाई की जायेगी.