विश्व धरोहर को देख मुग्ध हुए राज्यपाल

नालंदा : राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का परिवार के साथ परिभ्रमण किया. पर्यटक गाइड से उन्होंने इसके गौरवशाली इतिहास को विस्तार से जानकारी ली. विश्वविद्यालय के ध्वस्त ग्रंथागार रत्नसागर, रत्न रंजिका और रत्नोदधि का भी उन्होंने मुआयना किया. 12 वीं सदी में बख्तियार खिलजी ने इस पुस्तकालय में आग लगा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2017 3:41 AM

नालंदा : राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का परिवार के साथ परिभ्रमण किया. पर्यटक गाइड से उन्होंने इसके गौरवशाली इतिहास को विस्तार से जानकारी ली. विश्वविद्यालय के ध्वस्त ग्रंथागार रत्नसागर, रत्न रंजिका और रत्नोदधि का भी उन्होंने मुआयना किया. 12 वीं सदी में बख्तियार खिलजी ने इस पुस्तकालय में आग लगा दी थी,

जो छह माह तक धू-धू कर जलते रहा था. राज्यपाल के साथ उनकी धर्मपत्नी, उनकी पुत्री, दौहित्री और प्रधान सचिव इ बालाजी प्रसाद ने भी इस विश्व धरोहर को देखा. राज्यपाल इस विश्व धरोहर को देख कर काफी प्रसन्न दिखे. उन्होंने कहा कि यह अद्भूत और अनूठा है. इसे देख कर वह बेहद खुश हैं. राज्यपाल ने नालंदा के पुरातत्व संग्रहालय में दुर्लभ संग्रह व अवशेषों, भारत-चीन मैत्री का प्रतीक व्हेनसांग मेमोरियल हॉल, हॉल के भीतर लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया. व्हेनसांग मेमोरियल हॉल परिसर में लगे विशाल घंटा को भी राज्यपाल ने बजाया. इस घंटे के बजने से पूरा परिसर ऊं ध्वनि से गूंज उठा. नालंदा पहुंचने पर सबसे पहले राज्यपाल रामनाथ कोविंद नव नालंदा महाविहार डीम्ड विश्वविद्यालय पहुंचे, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.

जिला पदाधिकारी डाॅ त्यागराजन एसएम, पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष, नगर आयुक्त कौशल कुमार, महाविहार के कुलसचिव डॉ सुनील प्रसाद सिन्हा, अंगरेजी विभागाध्यक्ष डाॅ श्रीकांत सिंह, डाॅ शिव बहादुर सिंह, प्रो राजेश कुमार, डाॅ रुबी कुमारी, डाॅ विश्वजीत कुमार, डाॅ हरे कृष्ण तिवारी, डाॅ चंद्रभूषण मिश्रा, डाॅ विनोद कुमार चौधरी, डाॅ यू कुडला समेत कई ने राज्यपाल को पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र देकर स्वागत किया.

राज्यपाल के आगमन पर नालंदा में जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी.

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