क्षेत्र का होगा सर्वांगीण विकास पहल . पांच नगर पंचायतों के लिए फिर से मांगा गया प्रस्ताव
पूर्व के प्रस्ताव में मौजूद त्रुटियों को दूर कर स्पष्ट प्रस्ताव की पहल चंडी, नगरनौसा समेत चार प्रखंडों की बची है उम्मीद बिहारशरीफ : जिले में चार नयी नगर पंचायत बनाये जाने की मुहिम को एक बार फिर से पहल की जा रही है. नगर पंचायत बनाये जाने के लिए फिर से प्रस्ताव की मांग […]
पूर्व के प्रस्ताव में मौजूद त्रुटियों को दूर कर स्पष्ट प्रस्ताव की पहल
चंडी, नगरनौसा समेत चार प्रखंडों की बची है उम्मीद
बिहारशरीफ : जिले में चार नयी नगर पंचायत बनाये जाने की मुहिम को एक बार फिर से पहल की जा रही है. नगर पंचायत बनाये जाने के लिए फिर से प्रस्ताव की मांग संबंधित प्रखंड क्षेत्र के अधिकारियों से मांगी गयी है. पूर्व में भेजे गये प्रस्ताव में त्रुटि रहने के कारण प्रस्ताव को नगर विकास विभाग के द्वारा जिला प्रशासन को वापस भेज कर दिया गया था. प्रखंड स्तर से भेजे गये कई नगर निकायों के बारे यह टिप्पणी करके वापस कर दिया गया था कि शर्तों का पालन नहीं कर रहा है. ऐसे क्षेत्र का नगर पंचायत बनने के सपने पर तत्काल विराम लग गया है. लेकिन जिन क्षेत्रों को नगर पंचायत बनाये जाने की उम्मीद बरकरार है, उस पर फिर से प्रयास किया जा रहा है. जिले के नूरसराय, सिलाव, चंडी, सिलाव व गिरियक को आदेश दिया गया है
कि त्रुटियों का निराकरण करते हुए प्रतिवेदन दिये जाने को कहा गया है. इसके लिए संबंधित प्रखंडों को लिखा गया है. प्रतिवेदन आने के बाद नगर विकास विभाग के पास प्रस्ताव को फिर से भेज दिया जायेगा. संबंधित क्षेत्रों को नगर पंचायत का दर्जा मिलने से क्षेत्र का सर्वांगीण विकास होगा. क्षेत्र को नगरीय सुविधाएं मिलने लगेेंगी. क्षेत्र की जनता इसके लिए अरसे से आस लगाये है.
इन क्षेत्रों की बची है उम्मीद
चंडी, नालंदा नगरनौसा, गिरियक के प्रतिवेदन के अनुसार मानक शर्त को पूरा करता है लेकिन जनसंख्या वर्ष 2011 के अनुसार कुल जनसंख्या एवं गैरकृषि आधारित जनसंख्या का प्रतिशत से संबंधित साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया गया है. अनुशंसा में प्रस्तावित नगर पंचायत गिरियक का उल्लेख किया गया है,जबकि अनुलगण्क तथा मानचित्र में पावापुरी का उल्लेख किया गया है. बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 के आलोक में उक्त त्रुटियों का निवारण करते हुए प्रतिवेदन साक्ष्य सहित शीध्र उपलब्ध करने को कहा गया है.
विभाग के द्वारा .त्रुटियों को किया गया है स्पष्ट
विभाग से प्रात आवेदन के अनुसार यह कहा गया है जिले के सरमेरा, नूरसराय, चंडी नालंदा, एकंगरसराय, अस्थावां, नगरनौसा, गिरियक को नगर पंचायत गठित करने के प्रस्ताव की अनुशंसा की गयी थी. इसी प्रकार अनुशंसा में प्रस्तावित नगर पंचायत नूरसराय,एकंगसरराय एव अस्थावां में गैरकृषि पर आधारित जनसंख्या 75 फीसदी से कम दरसाया गया था. बिहार नगरपालिका अधिनियम के अनुसार उक्त प्रस्तावित नगर पंचायत का दर्जा नहीं दिया जा सकता का आदेश देकर वापस कर दिया है. इसी प्रकार प्रकार प्रस्तावित नूरसराय में नूरसराय ग्राम को सम्मिलित नहीं किया गया था.