ब्लड प्रेशर के मरीज बढ़े

आयोजन. फिजिशियन एसोसिएशन ऑफ इंडिया का सम्मेलन राजगीर : बेपिकोन 2017 तथा मिड ईस्ट जोन के तत्वाधान में फिजिशियन एसोसिएशन ऑफ इंडिया का 27 वां राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. 17 फरवरी से 19 फरवरी 2017 तक चलने वाले इस कार्यक्रम के प्रथम दिन शुक्रवार को दि राजगीर रेजिडेन्सी होटल में साईंटिफिक प्रोग्राम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2017 12:31 AM

आयोजन. फिजिशियन एसोसिएशन ऑफ इंडिया का सम्मेलन

राजगीर : बेपिकोन 2017 तथा मिड ईस्ट जोन के तत्वाधान में फिजिशियन एसोसिएशन ऑफ इंडिया का 27 वां राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. 17 फरवरी से 19 फरवरी 2017 तक चलने वाले इस कार्यक्रम के प्रथम दिन शुक्रवार को दि राजगीर रेजिडेन्सी होटल में साईंटिफिक प्रोग्राम आफ बेपिकोन 2017 का उद्घाटन दीप प्रज्वलित मुख्य अतिथि फिजिशियन एसोसिएशन आफ ईंडिया के अध्यक्ष डाॅ मुर्गनाथन,आर्गेनाईजिंग चेयरमैन डा श्याम नारायण प्रसाद ने संयुक्त रुप से किया.
इस क्रम मे डाॅ मुर्गनाथन ने उपस्थित चिकित्सिय प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या दिनों दिन बढती जा रही है. जो चिंतन का विषय है. उन्होंने कहा कि यह कोई बीमारी नहीं है . ब्लड प्रेशर को अगर नियंत्रण मे रखा जाय तो . इससे कोई खतरा नहीं है. इससे ग्रस्त हो जाने पर लोगों को लंबे अरसे तक दवाईयां लेने की मजबूरी बन जाती है. परंतु लोगों को इसे दूर रखने के लिए प्रायः स्वयं को खुश रखना व आस पास खुशनुमा माहौल बनाकर रखना भी बेहद जरूरी है. वहीं डा श्याम नारायण प्रसाद ने कहा कि हर घर मे रक्त चाप यंत्र का होना बेहद जरुरी है.
ताकि इससे ग्रस्त मरीजों के उच्च रक्तचाप की स्थिति की जानकारी उनके चिकित्सक से लेकर उनके परिजनो को हो. उन्होने भारत के प्रधान मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि मोबाईल के तर्ज पर रक्तचाप यंत्र का भी मुल्य दर मे रियायत अथवा नि: शुल्क कर दियो जाने से आम व्यक्ति तथा बी पी से ग्रस्त मरीजों को राहत का एहसास हो सकता है.
जिससे उनको अतिरिक्त आर्थिक बोझ से निजात मिल सके. उन्होंने रक्त चाप से बचाव के लिए कहा कि संयम जीवनशैली हीं इसका एकमात्र बचाव है. जो रक्त चाप को पास भी नहीं फटकने देता है. तभी रक्तचाप से होने वाली बीमारियों जैसे आंख की रोशनी का कम होना, हृदयरोग, लकवा के अलावे नसों व किडनी भी बुरी तरह से प्रभावित होती है. इस क्रम में इको कार्डियोग्राफी पर फिजिशियन कैसे काम करें पर प्रतिनिधियों को विशेष जानकारी प्रदान की गई. उन्होंने कार्यक्रम की विशेष जानकारी देते हुए कहा कि बिहार शरीफ मे चल रहे ब्रोकोस्कोपी थैरेपी के तहत माईक्रोस्कोप से फेफडे के आपरेशन पद्धति का सीधा
प्रसारण के माध्यम से भी प्रतिनिधियों को जानकारी दी गयी तथा इस बीच उनके पूछे गये सवालों के जबाव भी दिये गये. फिजिशियन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सचिव डॉ. ब्रजकिशोर सिंह ने कहा कि आज फास्ट फूड और चिकनाई युक्त खान पान से कई तरह के रोग लोगों में पनप रहे हैं, जो लोगों के लिए काफी चिंता का विषय है. इस अवसर पर डाॅ रंजीत कुमार, डाॅ जितेन्द्र कुमार, डाॅ राजीव, डाॅ धीरज के अलावे बिहार झारखंड के लगभग 400 की संख्या में महिला पुरुष प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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