स्मार्ट सिटी के लिए जद्दोजेहद कर रहा बिहारशरीफ
बिहारशरीफ : स्मार्ट सिटी का सपना देखने वाले बिहारशरीफ शहर के लोगों को अभी इंतजार करना होगा. स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने से शहर कितना दूर और कितना पास है यह तो वक्त बताएंगा. लेकिन स्मार्ट सिटी के लिए बिहारशरीफ नगर निगम जद्दोजेहद की लड़ाई लड़ रहा है. नतीजे आने में वक्त तो लगेगा. स्मार्ट […]
बिहारशरीफ : स्मार्ट सिटी का सपना देखने वाले बिहारशरीफ शहर के लोगों को अभी इंतजार करना होगा. स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने से शहर कितना दूर और कितना पास है यह तो वक्त बताएंगा. लेकिन स्मार्ट सिटी के लिए बिहारशरीफ नगर निगम जद्दोजेहद की लड़ाई लड़ रहा है.
नतीजे आने में वक्त तो लगेगा. स्मार्ट सिटी के तीन राउंड की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. स्मार्ट सिटी का दर्जा मिले इसके लिए प्रयास तेज कर दिया गया है. प्रपोजल बनाकर विभाग के पास भेजा रहा है. स्मार्ट सिटी कैसा हो इसके लिए शहर के लोगों की भी राय ली जा रही है. नगर निगम के फेसबुक, नगर निगम के वेबसाइट पर भी अपनी राय ले सकते है. दूसरे चरण के स्मार्ट सिटी के क्वालीफाई करने से महज चार अंक पिछे रह गया था. 55 फीसदी अंक लाने वाले शहर को इसमें शामिल कर लिया गया था.
लेकिन बिहारशरीफ 51 .59 अंक ही ला सका था. हालांकि अधिकारियों का यह कहना है कि पहले चरण से ज्यादा अंक मिला था.दूसरे चरण में पिछड़ने का मलाल है. चर्चा तो यह भी है इस बार तीसरे राउंड में भी विभाग के द्वारा पूर्ण सहयोग नहीं मिल रहा है. अभी तक एजेंसी नहीं दिया गया है जो प्रपोजल में राय दें सकें. मेयर सुधीर कुमार व नगर आयुक्त कौशल कुमार का कहना है स्मार्ट सिटी के लिय हर संभव प्रयास जारी है.
2007 में मिला था नगर निगम का दर्जा
बिहारशरीफ शहर बहुत पुराना है. क्यो कहे कि यह अंग्रेजो के जमाने का नगर निकाय है. अठारवीं शताब्दी में एम ब्रोटली के समय का ही यह नगर पालिका था . 2002 में इसे नगर परिषद का दर्जा मिला और इसके बाद नगर निगम बना. केंद्र के द्वारा देश के देश के 90 शहरों का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया गया है. जिसमें बिहारशरीफ भी शामिल है. इसी साल नगर निगम का चुनाव भी होने वाला है.