जंगल में युवक की गोली मार कर हत्या

राजगीर थाना क्षेत्र के आयुध कारखाने के पीछे जंगल से शव बरामद बिहारशरीफ\राजगीर : जंगल से लकड़ी लाने गये युवक की उसके दोस्त ने ही गोली मार कर हत्या कर दी. पुलिस ने युवक का शव राजगीर थाना क्षेत्र के आयुध निर्माणी के पीछे जंगल से शुक्रवार की सुबह बरामद किया है. मृतक की पहचान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2017 8:27 AM
राजगीर थाना क्षेत्र के आयुध कारखाने के पीछे जंगल से शव बरामद
बिहारशरीफ\राजगीर : जंगल से लकड़ी लाने गये युवक की उसके दोस्त ने ही गोली मार कर हत्या कर दी. पुलिस ने युवक का शव राजगीर थाना क्षेत्र के आयुध निर्माणी के पीछे जंगल से शुक्रवार की सुबह बरामद किया है. मृतक की पहचान राजगीर के मिथिलेश राजवंशी के पुत्र धनंजय राजवंशी (22 वर्ष) के रूप में की गयी है.राजगीर एसडीपीओ संजय कुमार ने बताया कि युवक अपने एक मित्र के साथ जंगल से लकड़ी लाने गया था. वहां दोनों दोस्तों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. दोनों के बीच मारपीट हुई. इसी दौरान दोस्त ने गोली मार कर उसकी हत्या कर दी. मारपीट के दौरान आरोपित का भी सिर फटा है.
एसडीपीओ ने बताया कि आरोपित की पहचान की जा चुकी है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. घटनास्थल से पुलिस ने आरोपित की साइकिल व गमछा बरामद किया है. इस मामले में पुलिस ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पुलिस आरोपित के नाम का खुलासा नहीं कर रही है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है. मृतक के चाचा रामदहीन राजवंशी ने बताया कि धनंजय गुरुवार की दोपहर करीब 12 बजे जलावन के लिए सुखी लकड़ियों को लाने आयुध निर्माणी के पीछे बाधा पिंडी जंगली क्षेत्र में गया था. देर रात तक घर नहीं पहुंचने के बाद उसकी तलाश की जाने लगी. बाद में उसका शव जंगल क्षेत्र से बरामद किया गया. उसके कनपटी पर गोली मारी गयी है.
अगे मईया अब केकरा सहारे जीवै गे मईया:राजगीर. अगे मईया अब केकरा सहारे जीवै गे मईया, हमर बेटवन अनाथ हो गइलय एकरा के पालतै पोसतै गे मईया. उक्त करुण क्रंदन मृतक धनंजय राजवंशी के शव के समक्ष विधवा हो चुकी पत्नी सोनम अपने गोद मे दोनों मासूम बच्चों के साथ रो रो कर बेहोशी हो जा रही थी.
मृतक के चाचा रामदहीन राजवंशी ने बताया कि मृतक धनंजय अपने पिता मिथिलेश राजवंशी के चार भाइयों व एक बहन में तीसरा पुत्र था. जिसके पिता मिथिलेश राजवंशी ने 2003 में अपनी पहली पत्नी जीतनी देवी की मृत्यु के बाद दूसरी शादी कर ससुराल में ही रहता है. इसके बाद पालन पोषण के संघर्षमय जीवन को मृतक के बडे़ भाई ने संभाला. इस क्रम में कुछ वर्ष पूर्व मृतक धनंजय के मंझले भाई धर्मेंद्र राजवंशी की भी मृत्यु एक सड़क दुर्घटना में हो गयी. तब धनंजय भी मेहनत मजदूरी कर परिवार को संभालने में शेष दोनों भाइयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने लगा.
जिसकी शादी सोनम देवी से बडे अरमानों के साथ चाचा व भाईयों ने मिलकर तीन वर्ष पूर्व कराया. जिसके बाद उसके दो पुत्र हुए. दोनों पुत्रों में एक 2 वर्ष का व दुसरा अभी 6 माह का है. लोगों ने बताया कि उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. लेकिन बुधवार की शाम उसकी हुई हत्या ने उसके परिवार को तोड़ कर रख दिया है.

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