अजनौरा के उपडाकपाल हुए निलंबित

खुलासा. इंडिया पोस्ट की नयी स्कीम के नाम पर चिटफंड कंपनी में जमा कराये पैसे उप डाकपाल की करतूत से गरीबों का पैसा डूबा जमाकर्ताओं ने पोस्टमार्टर की जमीन पर किया कब्जा बिहारशरीफ/नूरसराय : नूरसराय प्रखंड अंतर्गत अजनौरा उप डाकघर के डाकपाल ने इंडिया पोस्ट की नयी स्कीम बता कर सैकड़ों ग्रामीणों का करोड़ों रुपये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2017 3:46 AM

खुलासा. इंडिया पोस्ट की नयी स्कीम के नाम पर चिटफंड कंपनी में जमा कराये पैसे

उप डाकपाल की करतूत से गरीबों का पैसा डूबा
जमाकर्ताओं ने पोस्टमार्टर की जमीन पर किया कब्जा
बिहारशरीफ/नूरसराय : नूरसराय प्रखंड अंतर्गत अजनौरा उप डाकघर के डाकपाल ने इंडिया पोस्ट की नयी स्कीम बता कर सैकड़ों ग्रामीणों का करोड़ों रुपये चिटफंड कंपनी में जमा करा दिया. इसके कारण कम पढ़े-लिखे गरीब-गुरबों की गाढ़ी कमाई का पैसा डूब गया. अजनौरा के उप डाकपाल रामदेव प्रसाद ने अपने नाम पर,पत्नी वीणा देवी, पुत्र राजवीर वर्मा व पुत्रवधू ज्योति कुमारी के कोड पर वेयर्ड इंफ्रास्ट्रˆचर कॉरपोरेशन लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी में गरीब ग्रामीणों के पैसे जमा कराये थे.
समय पूरा हो जाने के बाद पैसे वापस नहीं मिलने पर डाक अधीक्षक नालंदा से ग्रामीणों के उप डाकपाल पर रुपये गबन कर लेने का आरोप हुए शिकायत की. मामले की गंभीरता को देखते डाक अधीक्षक विजय कुमार ने डाक निरीक्षण प्रवीण कुमार को जांच करने का आदेश दिया था. डाक निरीक्षक ने मंगलवार को अजनौरा उप डाकघर पहुंच कर मामले की जांच की. उन्होंने पीड़ित ग्रामीणों के अलावा उप डाकपाल से भी पूछताछ की. डाक निरीक्षक प्रवीण कुमार ने डाक अधीक्षक को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट के आधार पर डाक अधीक्षक ने अजनौरा के उप डाकपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
इसकी जानकारी देते हुए डाक अधीक्षक ने बताया कि डाकघर जैसी सरकारी व जिम्मेवार संस्था में रह कर ग्राहकों को किसी चिटफंड कंपनी में पैसा जमा कराना उचित नहीं था. डाक अधीक्षक ने बताया कि उप डाकपाल ने अपनी पत्नी को उक्त प्राइवेट कंपनी का एजेंट बना रखा था, जो पूरी तरह गैर कानूनी कार्य है. डाक अधीक्षक ने बताया कि जिस चिटफंड कंपनी में ग्रामीणों का पैसा जमा कराया गया है, उसे पत्र लिखा जायेगा. उन्होंने बताया कि मामले की पूरी जांच की जायेगी.
स्थानीय जमाकर्ताओं ने जमीन कब्जाया : अजनौरा के उपडाकपाल ने अजनौरा, करण बिगहा, होरिल बिगहा, सुंदर बिगहा, रसलपुर सहित आसपास के दर्जनों गांवों के सैकड़ों गरीब-गुरबों का पैसा जमा कराया था. जमा करायी गयी राशि करोड़ों में बतायी जा रही है. इस राशि से उपडाकपाल रामदेव प्रसाद ने कई जगहों पर करोड़ों की जमीन खरीदी है. अजनौरा के कुछ जमाकर्ताओं ने उप डाकपाल के अजनौरा स्थित कुछ जमीन पर कब्जा जमा लिया है और जब तक पैसा वापस नहीं मिल जाता
, जमीन वापस नहीं करने की धमकी दी है. इधर भाजपा नेता कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि अजनौरा डाकघर के उपडाकपाल ने बहुत ही घिनौना कार्य किया है. गरीब, असहाय, विकलांग व मेहनत-मजदूरी कर जीवन यापन करने वाली बेवा की पैसे से पोस्टमास्टर ने करोड़ों की अचल संपत्ति बना ली है. ग्रामीण डाकघर में इतने कम समय में उनके द्वारा करोड़ों की संपत्ति बना लेना जांच का विषय है. उन्होंने ठगी के शिकार ग्रामीणों का पैसा वापस कराने की मांग विभाग के वरीय अधिकारियों से की है.
कम पढ़े-लिखे होने का उठाया फायदा
इस मामले की मुख्य शिकायतकर्ता करण बिगहा निवासी कारी देवी ने बताया कि हमलोग कम पढ़े-लिखे हैं, जिसका फायदा पोस्टमास्टर रामदेव प्रसाद ने पोस्ट ऑफिस का नया स्कीम बता कर फर्जी कंपनी में पैसा जमा करा दिया. काफी समय बीत जाने के बाद जब मिले कागज को गांव वालों को पढ़ाया तब पता चला कि उनलोगों का पैसा डाकघर की जगह एक निजी कंपनी में डाल दिया गया. जब हमलोग अजनौरा पोस्टऑफिस जाकर इस संबंध में पूछताछ करती तो हमलोगों को डांट-फटकार कर भगा दिया जाता.

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