दिल्ली को ढहाने की तैयारी करो : लालू
राजगीर में राजद का प्रशिक्षण शिविर राजगीर : राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में राजद कार्यकर्ताओं के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि आप खुद नेता बनिए. खुद कोशिश करके लालू, तेजस्वी जगदानंद और रामचंद्र पूर्वे बनिए. जिम्मेदारी मिलेगी, सजग रहना है. पूरे देश […]
राजगीर में राजद का प्रशिक्षण शिविर
राजगीर : राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में राजद कार्यकर्ताओं के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि आप खुद नेता बनिए. खुद कोशिश करके लालू, तेजस्वी जगदानंद और रामचंद्र पूर्वे बनिए. जिम्मेदारी मिलेगी, सजग रहना है.
पूरे देश में गंठबंधन की बात चल रही है. 2019 में नयी दिल्ली की सरकार को उखाड़ फेंकना है. लालू प्रसाद ने कहा कि इस वक़्त देश में जो सरकार राज कर रही है, वह एकदलीय शासन स्थापित करना चाह रही है. वे पूरे देश में एक साथ चुनाव करवाना चाहते हैं. अब सोचिए, उनलोगों का क्या होगा, जिनका दो या तीन साल बाकी है. अगर इनका चला, तो राज्य हो जायेगा जिला, केंद्र हो जायेगा मालिक. अगर इनसे बचना है, तो सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता वाली पार्टियों को सजग होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इस वक़्त देश में कट्टरपंथ हावी है.
कश्मीर लगता है, हाथ से निकल गया. पाकिस्तान हमारे सैनिकों को काट के ले गया. छत्तीसगढ़ में 25 जवान मारे गये. कहा गया कि नोटबंदी के बाद सब खत्म हो जायेगा, क्या हुआ? जिस जवान ने कहा था, खाना नहीं मिलता, उसी को बरखास्त कर दिया. जनता उनके झांसे में आ रही है. कहां गया कालाधन? जम्मू-कश्मीर में ढेलाबाजी बढ़ गयी. देश में अनार्की (अराजकता) है.
लालू प्रसाद ने कहा कि अभी उनकी (भाजपा) पालिसी है, जो लोहा ले रहे हैं, उन्हें बदनाम करो और मुकदमे में फंसाओ. लेकिन, बिहार इंटेक्ट है. नीतीश से हमारी बड़ी लड़ाई थी, मगर हमने समझौता किया. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपलोग अपने खर्च से आये हो. पूर्वे जी ने 500 रुपये टिकट काट दिया है. इस बार गलती हो गयी, आगे से नहीं होगी. अगली बार से आप लोग चावल, दाल, चूड़ा, गुड़ और तेल लेकर आइएगा, यहीं सब लोग मिल कर खाना पकायेंगे. हमलोगों के पास पैसा कहां है?
उन्होंने कहा कि इसी राजगीर में कृष्ण भगवान आये थे, जरासंध पराजित हुआ था. यहां दो दिन रह कर सीखें, समझें. अनुशासित बनें और आपस मे लड़ाई-झगड़ा नहीं करना है. देश को बुरे हाथों से निकालना है, दलदल से निकलना है. प्रशिक्षण शिविर के मुद्दों को नोट कीजिए. चार तारीख को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है. दिल्ली को ढहाने की तैयारी करो.