पीड़ितों को होगी सहूलियत

लगाये जा रहे एसी आदि आवश्यक उपकरण बिहारशरीफ. आग से झुलस कर गंभीर रूप से घायल होने वालों को बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने की दिशा में जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से ठोस कदम उठाया गया है. इलाज के लिए अब एेसे लोगों को अब फजीहत का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसकी मुकम्मल व्यवस्था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2017 6:41 AM
लगाये जा रहे एसी आदि आवश्यक उपकरण
बिहारशरीफ. आग से झुलस कर गंभीर रूप से घायल होने वालों को बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने की दिशा में जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से ठोस कदम उठाया गया है. इलाज के लिए अब एेसे लोगों को अब फजीहत का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसकी मुकम्मल व्यवस्था सदर अस्पताल में की जा रही है. मरीजों को सहज रूप से बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जाय, इसके लिए सदर अस्पताल के बर्न केयर यूनिट को चिकित्सीय सुविधाओं से पूरी तरह से लैस करने का काम शुरू कर दिया गया है.
बर्न वार्ड होगा पूरी तरह से वातानुकूलित
सदर अस्पताल का बर्न केयर यूनिट वार्ड पूरी तरह से वातानुकूलित होगा. ताकि इस वार्ड में भरती होने वाले पीड़ित को जलन से राहत मिल सके. इस वार्ड को वातानुकूलित बनाने के लिए यहां पर उच्च शक्ति की एसी मशीन लगायी जायेगी. मशीन लगाने की दिशा में अस्पताल प्रबंधन की ओर से काम तेजी से शुरू कर दिया गया है. संभावना है कि इस वार्ड में एक-दो दिनों के अंदर एसी मशीन काम करने लगेगी. लिहाजा भरती रोगियों को काफी राहत महसूस होगी. इतना ही नहीं मच्छरदानी की सुविधा मिलेगी. ताकि आग से झुलस जाने के बाद हुए जख्म पर मक्खी आदि नहीं बैठ सके.सदर अस्पताल में यह वार्ड दो मंजिले भवन पर अवस्थित है.
छह बेडों का बना है वार्ड
सदर अस्पताल का बर्न केयर यूनिट छह बेड का बना हुआ है.इन बेडों पर सतरंगी चादरें बिछाने की भी मुकम्मल व्यवस्था की गयी है.बेडों पर हर दिन अलग-अलग रंग की चादरें बिछी हुईं दिखाई देंगी.साथ ही इसके अलावा अन्य आवश्यक चिकित्सीय सुविधाएं चौबीसों घंटे मौजूद होंगी.रोस्टर के अनुसार कर्मी व डॉक्टर भी काम करेंगे.मालूम हो कि पांच मई को जिला स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा बैठक में डीएम डॉ.त्याग राजन ने सदर अस्पताल के बर्न केयर यूनिट को चिकित्सीय सुविधाओं से लैस करने का सख्त निर्देश दिया था.
डीएम के इस आदेश के बाद सदर अस्पताल प्रबंधन की ओर से इस कार्य को मूर्तरूप देने में लगा हुआ है.इसकी देखरेख की जिम्मेवारी अस्पताल के उपाधीक्षक को दी गयी है.इस वार्ड पर उपाधीक्षक अपने स्तर से निगरानी करेंगे. ताकि भरती रोगियों को कोई दिक्कतें नहीं हो पायें.

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