दो गुटों के बीच हिंसक संघर्ष
बरबीघा शेखपुरा. सोमवार की सुबह माउर गांव में दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प में जहां कई लोगों के सिर फट गये वहीं दर्जन भर लोग बुरी तरह से जख्मी हो गये. सूचना मिलने पर दल-बल के साथ पहुंचे इंस्पेक्टर कृष्ण चंद्र सिंह, अवर थानाध्यक्ष मैथिलीशरण एवं अन्य पुलिस पदाधिकारियों के साथ दर्जनों पुलिस […]
बरबीघा शेखपुरा. सोमवार की सुबह माउर गांव में दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प में जहां कई लोगों के सिर फट गये वहीं दर्जन भर लोग बुरी तरह से जख्मी हो गये. सूचना मिलने पर दल-बल के साथ पहुंचे इंस्पेक्टर कृष्ण चंद्र सिंह, अवर थानाध्यक्ष मैथिलीशरण एवं अन्य पुलिस पदाधिकारियों के साथ दर्जनों पुलिस बल को स्थिति को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
सूत्रों ने बताया कि दोनों ओर से माहौल में गरमा-गरमी विगत दो दिनों से बनी हुई थी. पिछली शाम को भी शराब पीकर एक व्यक्ति के द्वारा की जा रही ईल हरकत और गालियों से तंग आकर लड़ाई-झगड़े की स्थिति बन गयी थी. परंतु बड़े-बुजुर्गो के हस्तक्षेप के कारण मामले को ठंडा कर दिया गया था. बुधवार की सुबह श्यामली सिंह के बेटे शरद कुमार के द्वारा जब अपने जगदंबा स्थानवाले खेत के पास कृषि कार्य के लिए जा रहा था, तो रास्ते में शोरगुल सुन कर वह रुका और अचानक उस पर उसकी जाति का नाम लेकर कुछ लोगों ने हमला कर दिया.
इस पर शरद कुमार के द्वारा धारो कुमार, संतोष कुमार एवं राजेश कुमार को अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है. जबकि दूसरे गुट के द्वारा भी ऐसा ही इलजाम लगा कर तथा जातिगत नाम लेकर गाली देने एवं मारपीट करने का आरोप लगाते हुए बच्चन सिंह के दो बेटे, तरुण सिंह के बेटे कुणाल कुमार, सोनू सिंह के बेटे वीरेंद्र कुमार एवं श्यामली सिंह के बेटे शरद कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया है. पुलिस प्रशासन के द्वारा भरसक प्रयत्न करने के बाद भी स्थिति नियंत्रण में नहीं आने पर एसडीपीओ नरेश शर्मा को घटनास्थल पर पहुंच कर कैंप करना पड़ा तथा काफी मान-मनौअल के बाद तथा सिर फटे शरद कुमार, संजय राम आदि को रेफरल अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया गया और दोनों पक्षों की ओर से प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी. घंटों बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिये जाने पर मामला किसी ढंग से शांत हो सका.