नालंदा : बिहार के नालंदा जिले में बस अग्निकांड मामले में प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक हरनौत में बस अग्निकांड में मारे गये सभी शवों की डीएनए जांच होगी. इस कांड में बीस यात्री जल गये हैं, प्रशासन ने आठ यात्रियों की मरने की पुष्टि कर दी है. बताया जा रहा है कि इस कांड में मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है. फिलहाल, प्रशासनिक फैसले के बाद फॉरेंसिक विभाग की टीम हरनौत पहुंच गयी है. मृतकों में से पांच लोगों की पहचान कर ली गयी है. जिनमें जयराम यादव, भोला पासवान, मालती देवी, मोनी कुमारी और पिंटू कुमार बताये जा रहे हैं. अभी तक तीन मृतकों के शवों की पहचान नहीं हो पायी है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक हादसा इतना दर्दनाक है कि इलाके के लोग अभी भी उससे उबर नहीं पाये हैं. घटना गुरुवार देर शाम की है, जब बस हरनौत बाजार से गुजर रही थी. अचानक बस में आग लगी. आग इतनी भयंकर थी कि यात्रियों को हिलने तक का मौका नहीं मिला. बस के अंदर कई शव जलकर पूरी तरह राख हो गये हैं. यह पता भी नहीं चल पा रहा है कि यह शव महिलाओं के हैं, या पुरुषों के. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेजा गया है.
घटना की जांच का आदेश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दे दिया है. प्रशासन ने लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये हैं. स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि मृतकों की संख्या आठ नहीं बल्कि 15 से 20 हो सकती है. सभी घायलों का इलाज चल रहा है. प्रशासन के डीएनए टेस्ट के फैसले के बाद अब कई शवों की पहचान भी हो जायेगी.
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