अनदेखी पर पांच पुलिसकर्मी निलंबित

कैदी वार्ड में मोबाइल से बात करना पांच पुलिस कर्मियों को पड़ा महंगा परिजनों से कैदी को बात कराने के एवज में ली जा रही थी मोटी राशि बिहारशरीफ : सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में परिजनों से मोबाइल से बात करना पांच पुलिस कर्मियों को उस समय महंगा पड़ गया, जब एसपी कुमार आशीष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2017 4:21 AM

कैदी वार्ड में मोबाइल से बात करना पांच पुलिस कर्मियों को पड़ा महंगा

परिजनों से कैदी को बात कराने के एवज में ली जा रही थी मोटी राशि
बिहारशरीफ : सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में परिजनों से मोबाइल से बात करना पांच पुलिस कर्मियों को उस समय महंगा पड़ गया, जब एसपी कुमार आशीष ने शिकायत पर कैदी वार्ड का औचक निरीक्षण किया. वे देख कर भौचक रह गये और हवलदार समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. उन्होंने ने कैदी वार्ड में पदस्थापित हवलदार तपेश्वर मंडल, आरक्षी अजीत कुमार सिंह, मुकेश कुमार, प्रमोद कुमार सिंह एवं प्रमोद कुमार इलाजरत कैदियों की सुरक्षा में रहते कैदी परिजनों से मोबाइल पर बात कर रहा था. पांचों पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए तत्काल प्रभाव से सामान्य जीवनयापन भत्ता पर पुलिस केंद्र भेज दिया है.
एसपी ने कहा कि कानून को ताख पर रख कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को किसी भी कीमत में नहीं बख्शा जायेगा. उन्होंने कहा कि कैदी वार्ड में परिजनों को मिलाने के नाम पर अवैध राशि वसूल करने का कार्य किया जा रहा था, जो सुरक्षा के प्रति गंभीर खतरा है. अस्पताल सूत्रों की मानें तो कैदी वार्ड में पुलिस और कैदी के बीच काफी गहरा संबंध था. छोटे गैस सिलिंडरों पर कैदी व पुलिस की एक साथ भोजन व चिकेन बनाया जाता था तथा भोजन के बाद कैदी बेड पर ही नींद लेते थे तथा कैदी नीचे सोते थे. इतना ही नहीं बीमार कैदी से सेवा का भी लाभ उठाने में पीछे नहीं रहते थे. कैदियो की सेवा के लिए रात में महिला परिजनों का आना लगा रहता था. जिसे पुलिस कप्तान ने संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई की.

Next Article

Exit mobile version