इंटरमीडिएट के रिजल्ट से छात्रों में मायूसी

आधे विद्यार्थी भी पास नहीं कर सके परीक्षा बिहारशरीफ : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मंगलवार की दोपहर इंटरमीडिएट का रिजल्ट इंटरनेट पर प्रकाशित कर दिया गया. हालांकि इंटरमीडिएट रिजल्ट को लेकर छात्र-छात्राओं में कोई विशेष उत्साह नजर नहीं आया, बल्कि रिजल्ट की इतनी खराब स्ििाति के कारण छात्र-छात्राओं के चेहरों पर हवाइयां उड़ने लगी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2017 8:19 AM
आधे विद्यार्थी भी पास नहीं कर सके परीक्षा
बिहारशरीफ : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मंगलवार की दोपहर इंटरमीडिएट का रिजल्ट इंटरनेट पर प्रकाशित कर दिया गया. हालांकि इंटरमीडिएट रिजल्ट को लेकर छात्र-छात्राओं में कोई विशेष उत्साह नजर नहीं आया, बल्कि रिजल्ट की इतनी खराब स्ििाति के कारण छात्र-छात्राओं के चेहरों पर हवाइयां उड़ने लगी. अधिकांश विद्यार्थी अपना रिजल्ट देख कर मायूस नजर आ रहे थे. शायद जिले के विद्यार्थियों को भी इतना खराब रिजल्ट आने की संभावना नहीं थी. कॉलेजों में भी खराब रिजल्ट पर लोग चिंता जाहिर करते देखे गये. घरों में छात्रों के अभिभावक अपने बच्चों के खराब प्रदर्शन पर हैरानी जता रहे हैं.
लेकिन अब परीक्षा समिति द्वारा जो रिजल्ट जारी किया गया है. छात्र-अभिभावकों को उससे सहमत होना होगा. विगत वर्षों की अपेक्षा इस बार छात्रों के उत्तीर्ण होने के प्रतिशत में भारी गिरावट आयी है. जिले के मात्र 36 फीसदी विद्यार्थी ही उत्तीर्ण हो सके हैं. इनमें भी साइंस सब्जेक्ट को छोड़ कर किसी अन्य सब्जेक्ट में तो विद्यार्थी 400 अंकों का आंकड़ा भी नहीं पार कर सके हैं. लोगों का कहना है कि जिले के इतिहास में पहली बार इंटरमीडिएट का रिजल्ट इतना खराब आया है, जो विद्यार्थी पास भी कर गये हैं उनका प्राप्तांक काफी कम है.
साइंस सब्जेक्ट में जिले के लाल सिंह त्यागी कॉलेज औंगारीधाम के छात्र रिशु कुमार 411 अंक प्राप्त कर जिले के टॉपर बने हैं. इसी विषय में मगध महाविद्यालय चंडी के छात्र 402 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान तथा सदानंद कॉलेज के राघव कुमार 401 अंक प्राप्त कर जिले के टॉप टेन की सूची में तीसरे सथान पर है. इसी प्रकार कॉमर्स सब्जेक्ट में जिले के टॉप टेन सूची का अंक तो 400 का आंकड़ा भी नहीं छू सका है. किसान कॉलेज के छात्र राजू कुमार 378 अंक प्राप्त कर जिले की टॉप टेन की सूची में प्रथम स्थान पर हैं. इसी प्रकार किसान कॉलेज के ही छात्र आदेश कपूर को 373 तथा स्तूति को 368 अंक प्राप्त हुए हैं. आदेश द्वितीय स्थान पर जबकि स्तूति तृतीय स्थान पर है.
स्नातक में नहीं भरेगी सीट :
जिले में इंटरमीडिएट रिजल्ट का सर्वाधिक प्रभाव यहां के डिग्री कॉलेजों पर पड़ेगा. इस बार कॉलेजों को ढूंढे विद्यार्थी नहीं मिलेंगे. कॉलेज के कई संकायों के तो रिक्त रह जाने का खतरा पैदा हो गया है. उल्लेखनीय है कि जिले में पांच अंगीभूत कॉलेजों सहित कुल 32 डिग्री कॉलेज हैं.
रिजल्ट के स्थिति देखते हुए जग रहा है कि पहले जिन कॉलेजों में एडमिशन के लिए मारामारी होता था. इस बार वहां भी सीटें खाली रह जायेंगी.
साइबर कैफे तक नहीं पहुंचे विद्यार्थी : शहर के लगभग दर्जन भर साइबर कैफे में हर वर्ष विद्यार्थियों का रिजल्ट देखने तथा मार्क्ससीट का प्रिंट आउट निकालने का कारोबार किया जाता था.
इस बार भी वहां इंटरमीडिएट का रिजल्ट देखने का परचा चिपकाया गया था. यह खराब रिजल्ट का ही प्रभाव रहा है कि इक्के-दुक्के विद्यार्थी ही साइबर कैफे तक पहुंच सके. इनमें भी जो पहले मोबाइल पर अपना रिजल्ट देख कर आश्वस्त हो गये थे वे ही इसका प्रिंट निकालने पहुंचे थे. फेल होने वाले विद्यार्थी तो अपने घरों से बाहर भी नहीं निकल रहे हैं. अभिभावकों की परेशानी अलग बढ़ी हुई है. रिजल्ट देखने में हजारों रूपये की आमदनी करने वाले साइबर कैफे वाले भी विद्यार्थियों की आवाजाही नहीं होने से मायूस नजर आ रहे हैं.
कॉमर्स सब्जेक्ट में किसान कॉलेज का श्रेष्ठ प्रदर्शन: बिहारशरीफ. इंटरमीडिएट परीक्षा 2017 में किसान कॉलेज सोहसराय के कॉमर्स संकाय के विद्यार्थियों ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए जिले के टॉप 10 की सूची में कुल 9 स्थानों पर कब्जा जमाया है. कॉलेज के प्राचार्य डॉ दिलीप कुमार ने बताया कि कॉलेज के विद्यार्थियों के श्रेष्ठ प्रदर्शन से पूरे कॉलेज में खुशी का माहौल है.
कॉलेज के छात्र राजू कुमार ने 378 अंक प्राप्त कर जिले के टॉप टेन की सूची में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने पिछले वर्षों की तरह इस बार भी श्रेष्ठ प्रदर्शन कर जिले तथा राज्य में कॉलेज का नाम रौशन किया है. उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को सफलता पर बधाई दी. देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.

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