बिहार: नमामि गंगे सीवरेज की अब मैनुअली नहीं होगी सफाई, 10 दिन में गाइडलाइंस बनाने के निर्देश

वर्ल्ड वैंक की टीम ने बुडको, प्रोजेक्ट अधिकारी व कॉन्ट्रेक्टर को जम कर डांट लगायी. निरीक्षण के दौरान वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में ऐसे गलती नहीं होनी चाहिए. अगर कोई घटना या दुर्घटना होती है, तो इसके जिम्मेदार ठेकेदार के अलावा कार्यपालक अभियंता होंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | May 11, 2023 1:08 AM

पटना. अब नमामि गंगे के तहत चलने वाले किसी ड्रेनेज की साफ-सफाई मैनुअली नहीं होगी. मशीन या मेकैनिकली टेक्नोलॉजी से ड्रेनेज को साफ किया जायेगा. अगर बहुत खराब स्थिति रहती है, तो गाइडलाइन का पालन करते हुए ड्रेनेज की साफ-सफाई होगी. ये बातें नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (एनएमसीजी) और वर्ल्ड बैंक की संयुक्त टीम नमामि गंगे प्रोजेक्ट के निरीक्षण के दौरान सभी अधिकारियों व पदाधिकारियों को कही. इस संबंध में बुडको को गाइडलाइन बनाने का निर्देश वर्ल्ड बैंक ने दिया है.

बुधवार को निरीक्षण के दौरान वर्ल्ड वैंक की टीम ने बुडको, प्रोजेक्ट अधिकारी व कॉन्ट्रेक्टर को जम कर डांट लगायी है. निरीक्षण के दौरान सभी गलतियां कॉन्ट्रेक्टर की पायी गयीं. वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों ने कहा कि अगर भविष्य में ऐसे गलती नहीं होनी चाहिए. अगर कोई घटना या दुर्घटना होती है, तो इसके जिम्मेदार ठेकेदार के अलावा कार्यपालक अभियंता होंगे. निरीक्षण के दौरान तत्कालीन कार्यपालक अभियंता और पूर्व कार्यपालक अभियंता मौजूद थे. दोनों से घटना के संबंध में पूछताछ की गयी. घटना के संबंध में सुपरवाइजर से भी पूछताछ की गयी.

मजदूरों के रहने के लिए मापदंड का नहीं हो रहा पालन

वर्ल्ड बैंक की टीम ने कंकड़बाग व दीघा एसटीपी का निरीक्षण किया. वहां पर मजदूरों के रहने की व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान बहुत ही अनियमितताएं पायी गयीं. इसको लेकर वहां भी लोगों को डांट लगायी गयी और सभी व्यवस्थाएं 10 दिनों में सही करने को कहा गया. वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों ने कहा कि मजदूरों के रहने का मापदंड एजेंसी पूरा नहीं कर रही है.

बोरिंग रोड में ट्रैफिक मैनेजमेंट और कंपनी का नाम नहीं रहने पर बिफरे वर्ल्ड वैंक के अधिकारी

नमामि गंगे के अंतर्गत सीवरेज निर्माण का निरीक्षण बोरिंग रोड और एजी कॉलोनी में भी किया गया. टीम ने कहा कि बोरिंग रोड में ट्रैफिक मैनेजमेंट बहुत ही खराब है. सुरक्षात्मक दृष्टि से भी सही काम नहीं हो रहा है. काम वाले स्थल पर कंपनी और हेल्फलाइन नंबर नहीं रहने पर अधिकारी जम कर बिफरे. काम के दौरान जीआइ शीट लगाने पर भी अधिकारियों ने फटकार लगायी. कहा, आंधी-पानी के समय में जीआइ शीट लगाना कहीं से सही नहीं है. बैरिकेडिंग जीआइ से नहीं होनी चाहिए.

Also Read: नमामि गंगे: सुपौल, लखीसराय, मोतिहारी और दाऊदनगर में बनेंगे दस नये एसटीपी, 67.6 एमएलडी होगी क्षमता
23-24 को फिर आयेगी टीम

सभी कामों को 10 दिनों में सही करने को कहा गया है. टीम पुन: 23 या 24 को निरीक्षण करने के लिए पटना पहुंचेगी. निरीक्षण टीम में सीनियर इन्वायरमेंट स्पेशलिस्ट सौम्या मुखोपाध्याय व चार सदस्य वर्ल्ड बैंक के थे.

Next Article

Exit mobile version