बिहार में नरक चतुर्दशी आज, दीपोत्सव का त्योहार शुरू, पटना के पटाखा दुकानों पर लगी खरीदारों की भीड़
Diwali 2022 Puja: आज संध्या के समय यमराज के नाम से दीप दान यानी दीप जलाया जाता है. यम दीपावली की शाम में घर को सूना नहीं छोड़ना चाहिए यानी घर में कोई-ना-कोई जरूर होना चाहिए.
पटना. सुख-समृद्धि और खुशहाली का त्योहार दीपोत्सव आज यानि रविवार से शुरू हो गया है. पहले दिन नरक चतुर्दशी का दीप दान होगा. जिसे छोटी दिवाली के नाम से जाना जाता है. छोटी दीपावली पर शहर से लेकर गांव रंग-बिरंगी रोशनी से नहाने को तैयार है. मनमोहक छंटा बिखेरने को तैयार है. हर घर में तैयारियां अंतिम दौर में पहुंच गयी हैं. सर्वाधिक खरीदारी रविवार को हो रहा है. आज बाजार को करीब 450 करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद है. ज्वेलरी से लेकर बर्तन की दुकानों पर सर्वाधिक भीड़ देखी जा रही है.
आज घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए
दिवाली से एक दिन पूर्व कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है. इसे छोटी दिवाली और रूप चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक दृष्टि से इस त्योहार का काफी महत्व है. इसे यम दीपावली भी कहते हैं, क्योकि इस दिन संध्या के समय यमराज के नाम से दीप दान यानी दीप जलाया जाता है. यम दीपावली की शाम में घर को सूना नहीं छोड़ना चाहिए यानी घर में कोई-ना-कोई जरूर होना चाहिए.
घर को सूना रखने से सुख-समृद्धि की हानि होती है
मान्यता है कि घर को सूना रखने से सुख-समृद्धि की हानि होती है. अकाल मृत्यु को टालने और समृद्धि के लिए छोटी दीपावली के दिन घर की दक्षिण दिशा में एक दीप में कौड़ी, एक रुपये का सिक्का रखकर दीप को जलाना चाहिए और यमराज से अकाल मृत्यु को टालने की प्रार्थना करनी चाहिए. कहते हैं जिन घरों में यमदीप का दान होता है उनके पूर्वज प्रसन्न होते हैं और यमराज भी उस घर में रहने वालों को अकाल मृत्यु से बचाते हैं.
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नरक चतुर्दशी तिथि की शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा के अनुसार, कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 23 अक्तूबर को शाम 06:03 बजे से हो रही है. वहीं चतुर्दशी तिथि का समापन 24 अक्तूबर को शाम 05 बजकर 27 मिनट पर होगा.