Narendra Modi पर पटना में एक बार फिर से हमले की साजिश रची जा रही थी. इसके लिए एक प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन किया था. इस बात का खुलासा ED के द्वारा किया गया है. ED ने ये खुलासा पॉपुलर फ्रंट इंडिया (PFI) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के बाद किया है. इसके साथ ही PFI टेटर मॉड्यूल तैयार करने और कई संवेदनशील स्थानों पर हमले की साजिश रच रहा था. गौरतलब है कि बिहार में PFI पर जांच एजेंसियों के द्वारा बड़ी कार्रवाई की गयी है. इसमें 100 से भी ज्यादा लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया जा चूका है.
जांच एजेंसियों के अनुसार पीएफआई 12 जुलाई को प्रधानमंत्री के पटना आगमन पर उनपर अटैक करने वाला था. इसके लिए PFI खतरनाक हथियार और विस्फोटक भी जमा करने की कोशिश में लगा हुआ था. हालांकि, जुलाई में ही संगठन पर बड़ी कार्रवाई हो गयी. इस कार्रवाई में कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. इसमें इंडिया 2047 नाम से पीएफआई की बुकलेट भी थी. इस बुकलेट में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने का आतंकी ब्लूप्रिंट भी था. हालांकि उस वक्त पटना के एसएसपी ने पीएफआई के द्वारा आयोजित होने वाले ट्रेनिंग कैंप की तुलना आरएसएस की शाखा से कर दी थी. इसके बाद काफी विवाद हुआ था.
PFI आतंकी संगठन के खिलाफ पूरे देश में कार्रवाई की गयी है. इसके बाद ईडी के द्वारा खुलासा किया गया है. पिछले गुरुवार 13 सितंबर को NIA ने टेरर फंडिंग को लेकर उत्तर प्रदेश, केरल और कर्नाटक सहित 13 राज्यों में छापेमारी की थी, जिनके साथ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की भी एक टीम मौजूद थी. बताया जा रहा है कि देशभर में आंतकी संगठन से जुड़े करीब 500 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है. गौरतलब है कि इससे पहले भी 2013 में पीएम मोदी की रैली में पटना के गांधी मैदान में हमला हुआ था.