AISF का 30वां राष्ट्रीय सम्मेलन 28 सितंबर से बेगूसराय में, तैयारी को लेकर शुरू हुआ कोष संग्रह अभियान
ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआइएसएफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बनर्जी ने कहा कि बेगूसराय में संगठन का राष्ट्रीय सम्मेलन देश के छात्र आंदोलन की दिशा तय करेगा. वहीं सम्मेलन की तैयारी को लेकर एआइएसएफ के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कोष संग्रह अभियान चलाया.
बेगूसराय में 28 सितंबर से एक अक्टूबर तक होने वाले एआइएसएफ के राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारी को लेकर मंगलवार को ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के जिला कार्यकारिणी सदस्य राजीव स्वराज के नेतृत्व में संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मार्केट के विभिन्न दुकानों से आर्थिक मदद मांगी. इस दौरान संगठन के राज्य सचिव, मंडल सदस्य सुशील उमाराज, राज्य परिषद सदस्य मुकेश कुमार, जिला उपाध्यक्ष वसंत कुमार, जिला कोषाध्यक्ष अविनाश कौशिक सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने पटेल चौक से लेकर टेढीनाथ मंदिर तक एक-एक दुकान से सम्मेलन को लेकर आर्थिक मदद मांगी. वहीं इससे पहले दिनकर के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए होने वाले छात्रों के राष्ट्रीय सम्मेलन को लेकर कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी जाकर हर विभाग में छात्रों से शिक्षा बचाओ देश बचाओ रैली में भाग लेने की अपील भी की.
सम्मेलन में 600 प्रतिनिधि होंगे शामिल
वहीं ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआइएसएफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बनर्जी ने कहा है कि बेगूसराय में संगठन का राष्ट्रीय सम्मेलन देश के छात्र आंदोलन की दिशा तय करेगा. सम्मेलन में मिजोरम को छोड़कर देश भर के शेष राज्यों से छह सौ प्रतिनिधि के अलावा बांग्लादेश और श्रीलंका के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.
सम्मेलन के पहले दिन होगी रैली
मंगलवार को शुभम बनर्जी ने कहा कि पहली बार पूरे देश में संगठन के दृष्टिकोण से मजबूत जिले में से एक बेगूसराय में हो रहे इस सम्मेलन में हम अगली रणनीति तय करेंगे. सम्मेलन के पहले दिन 11 बजे रैली के साथ इसकी शुरुआत होगी. दोपहर में एक बजे से आम सभा होगी. उसके बाद 29 सितंबर से हमारा अलग-अलग सत्र होगा. इसमें अगली रणनीति तय करने के साथ-साथ राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव प्रस्तुत किये जायेंगे. संगठन के अगले नेतृत्व का भी चयन किया जायेगा. पहले दिनकर विश्वविद्यालय की मांग बेगूसराय जिला स्तर की थी, अब राष्ट्रीय स्तर पर बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की मांग उठेगी. इसके लिए भी रणनीति तय की जायेगी.
देश की 99 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 29 हजार से कम : शुभम बनर्जी
शुभम बनर्जी ने कहा कि आज देश में शिक्षा का बाजारीकरण हो रहा है. इससे छात्र-छात्रा को शिक्षा से दूर किया जा रहे हैं. देश की 99 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 29 हजार से कम है, जिसमें वह अनिवार्य आवश्यकता पूरा करने में अक्षम हैं. ऐसे में महंगी हो रही उच्च शिक्षा कैसे पूरी करेंगे. विदेशी संस्थाओं के खुलने से आम बच्चे आखिर कैसे पढ़ेंगे. देश में करोड़ों बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं, सरकार गरीबों का मजाक बनाती है. शिक्षा का निजीकरण होने से आखिर सबको शिक्षा कैसे मिल पाएगी. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 देश की शिक्षा नीति नहीं, बल्कि भाजपा की व्यक्तिगत शिक्षा नीति है. इसे लागू करने से पहले जानबूझकर ना किसी शिक्षाविदों से बातचीत की गयी और न ही इसे संसद में लाया गया. सिर्फ अपने नेताओं को बैठाकर अमीर तबकों, कॉर्पोरेट घरानों केलिए शिक्षा नीति बनाकर जबरदस्ती थोप दी गयी.
देश के छात्र आंदोलन की दिशा तय करेगा यह सम्मेलन : विक्की माहेश्वरी
संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विक्की माहेश्वरी ने कहा कि यह राष्ट्रीय सम्मेलन आने वाले दिनों में देश के छात्र आंदोलन का दिशा तय करेगा. बेगूसराय जैसे छात्रों की जनसंख्या वाले जिला में एक विश्वविद्यालय की जरूरत है. बेगूसराय में दिनकर के नाम पर विश्वविद्यालय सरकार को खोलना पड़ेगा. राष्ट्रीय सम्मेलन में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना मुख्य मुद्दा होगा.
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विक्की माहेश्वरी ने कहा कि हम सड़क से सदन तक इसकी लड़ाई लड़ेंगे. शिक्षा नीति में पुराने एजेंडे को नया रूप दे दिया गया है. हम इसके लिए संघर्ष कर रहे हैं और अगली रणनीति तय करेंगे. सम्मेलन में सरकार की नाकामी उजागर करेंगे. जनता का एजुकेशन पॉलिसी लाने के लिए संघर्ष का शंखनाद करेंगे. हमारा लक्ष्य है समान शिक्षा प्रणाली लागू करो, भगत सिंह के सपनों का देश बनाओ. सरकार पुराने संसद से नई संसद में चली गयी, लेकिन पुरानी पॉलिसी से नयी पॉलिसी कब लागू करेगी. इसके लिए संघर्ष करना होगा और हम संघर्ष का शंखनाद करेंगे. भगत सिंह रोजगार गारंटी स्कीम शुरू करने तथा समय पर सभी महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में छात्र संघ के मुद्दे पर भी सम्मेलन में चर्चा करेंगे