बिहार: नेशनल स्कूल गेम्स फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन, सैकड़ों छात्राएं लेंगी भाग, जानिए क्या होगा फायदा
National School Games: बिहार के छपरा में एक समारोह का आयोजन किया गया है. इसमें मंत्री जितेंद्र कुमार राय मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे. इन्होंने ही इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया है. 29 दिसंबर तक यह प्रतियोगिता चलेगी.
National School Games: बिहार के छपरा में आज समारोह का आयोजन किया गया. इसमें बिहार के कला , संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय मुख्य अतिथि रहे. इन्होंने नेशनल स्कूल गेम्स के फुटबॉल बालिका अंडर 17 चैम्पियनशिप 2023 का दीप प्रज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया . 25 से 29 दिसंबर तक चलने वाली यह प्रतियोगिता बिहार में पहली बार आयोजित हो रही है . छपरा में तीन जगह इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. प्रतियोगिता के उद्घाटन के बाद मंत्री ने सभी को संबोधन किया. इसमें उपस्थित लोगों का अभिनंदन करते हुए मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि इस प्रतियोगिता का आयोजन, छपरा, मढ़ौरा बिहार में किया जा रहा है. यह छपरा और पूरे बिहार के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है.
‘बिना परीक्षा बिना इंटरव्यू सीधे होगी नौकरी’
मंत्री ने आगे कहा कि मैं यहां का प्रभारी मंत्री भी हूं. इसलिए मुझे विशेष खुशी हो रही है . बिहार सरकार राज्य में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए हर संभव प्रयास और सहयोग कर रही है. चाहे वह खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण और प्रतियोगिता की व्यवस्था हो या आधारभूत संरचनाओं के निर्माण और आधुनिकीकरण की बात हो . यहां जिस मढ़ौरा मैदान में आज प्रतियोगिता हो रही है वहां बहुत जल्द ही एक अत्याधुनिक स्टेडियम के निर्माण का निर्णय लिया गया है . आगे भी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं बिहार के छोटे शहरों ,अनुमंडलों और ग्रामीण स्तर तक कराने की पूरी कोशिश की जाएगी. इसके लिए भी तैयारी चल रही है . सरकार का उदेश्य खेल को हर गांव तक पहुंचाना है . बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है और यह राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत कर बिहार को गौरवान्वित कर रहे हैं . बिहार के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले बिहार के 81 खिलाड़ियों को मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना के तहत बिना परीक्षा बिना इंटरव्यू सीधे सरकारी नौकरी में नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है . आगे जितेंद्र राय ने बाहर से आयी खिलाड़ियों सहित सभी खिलाड़ियों से अपील करते हुए आश्वस्त किया कि आप लोग निश्चिंत होकर सिर्फ अपने खेल और बेहतर प्रदर्शन पर ध्यान दीजिए और जीत कर अपने क्षेत्र और राज्य का नाम रोशन कीजिए. बाकी आपकी सुविधा और व्यवस्था की पूरी जिम्मेवारी सरकार बेहतर तरीके से पूरी करेगी .
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‘गांव- गांव तक खेल को पहुंचाना है उद्देश्य’
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने अपने संबोधन में उपस्थित सभी लोगों का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज बिहार में खेल एक आंदोलन का रूप लेने लगा है . अभी तक बिहार में होने वाली सभी राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं पटना में ही आयोजित होतीं थी. लेकिन, इस बार माननीय मंत्री जितेंद्र कुमार राय के विशेष प्रयास से सरकार ने निर्णय लिया कि यह प्रतियोगिता पटना से बाहर छपरा में कराई जाएगी. क्योंकि हमारा उद्देश्य गांव- गांव तक खेल को पहुंचाना है और गांव की प्रतिभा को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना है . आज सरकार के सहयोग और प्रयास से विभिन्न खेलों में बिहार के खिलाड़ी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और पदक जीत रहे हैं . आज यहां बिहार बालिका फुटबॉल टीम की जो कप्तान उपस्थित है. खुशी कुमारी वह बगल के सीवान की ही है और ज्यादा गर्व की बात है कि खुशी कुमारी राष्ट्रीय टीम की गोलकीपर भी है .
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558 बालिका फुटबॉल खिलाड़ी ले रही हिस्सा
देश के 31 राज्य केंद्र शासित प्रदेशों और संस्थाओं से 558 बालिका फुटबॉल खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में भाग लेने बिहार आयी हैं . हर राज्य और संस्थान से 18 खिलाड़ियों की टीम अपने प्रशिक्षक और मैनेजर के साथ आई है . सभी राज्य की टीमों को 8 पूल में बांटा गया है, जिनके बीच पहले लीग मैच होगा फिर नॉक आउट राउन्ड खेला जाएगा., 29 तारीख को फाइनल मैच खेला जाएगा . प्रतियोगिता का पहला मैच बिहार और झारखंड की टीमों के बीच होना है. इस मैच कासबसे बड़ा फायदा है कि यह राज्य के लिए काफी गर्व की बात है और लड़कियों को इससे काफी फायदा पहुंचेगा.
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