जल संचय में गया का नीमचक बथानी प्रखंड को नेशनल वाटर अवार्ड, पुरस्कार पानेवाला बिहार का पहला प्रखंड बना
मनरेगा परिसर में की गयी जल संचय व्यवस्था को केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने पूर्वी जोन में तीसरा नेशनल वाटर अवार्ड देने की घोषणा की है.
नीमचक बथानी (गया). नीमचक बथानी प्रखंड कार्यालय से सटे मनरेगा परिसर में की गयी जल संचय व्यवस्था को केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने पूर्वी जोन में तीसरा नेशनल वाटर अवार्ड देने की घोषणा की है. इसको लेकर सोमवार को परमेंद्र मोहन के नेतृत्व में दिल्ली से आयी टीम ने पूरे क्षेत्र की शूटिंग की.
मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी रजनीश शेखर ने बताया कि यह पुरस्कार पहली बार बिहार में नीमचक बथानी प्रखंड स्थित तेलारी पंचायत को मिलेगा. इस योजना की शुरुआत के समय के तत्कालीन बीडीओ निर्मल कुमार ने फोन पर खुशी जताते हुए बताया कि अवार्ड मिलने से प्रदेश में जल संचय के लिए लोगों का उत्साह बढ़ेगा.
इसके माध्यम से कई स्थानों पर गर्मियों के दिनों में होने वाली जल समस्या को काफी हद तक रोका जा सकेगा. मौके पर बीडीओ कमला कुमारी, पूर्व मनरेगा पीओ नीरज त्रिवेदी, तेलारी पंचायत की मुखिया अर्चना सिन्हा समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे. मालूम हो कि वर्ष 2020 में यह जल संचय व्यवस्था को बनाया गया था. तत्कालीन डीएम अभिषेक सिंह ने इसका उद्घाटन किया था.
कैसे काम करती है जल संचय व्यवस्था
पहाड़ों के किनारे बसे नीमचक बथानी प्रखंड में जहां पर पहले पहाड़ का पानी ऐसे ही बाहर निकल जाता था. अब इस पानी को मनरेगा व जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत एक नाली बनाकर उस पानी को रिचार्ज बोरवेल तक पहुंचाया जाता है. यहां से 93 फुट धरती के अंदर के जलाशय में पानी ले जाने का काम किया जाता है.
उससे आगे छोटा-सा चेक डैम व उससे आगे का स्टोरेज टैंक बनाया गया है. इससे उस पानी का पीने को छोड़ कर बाकी के कार्यों में उपयोग किया जा सकेगा. बचे हुए पानी का बाहर में लगाये गये पेड़ों के पटवन में उपयोग किया जा सकेगा.