Bihar Durga Puja Live: मुजफ्फरपुर के दुर्गा पूजा पंडाल में दिखेगा पेरिस का एफिल टावर, जोरों पर है तैयारी
नवरात्र के शुरू होते ही पूरे शहर का माहौल भक्तिमय हो गया है. जहां पूजा पंडाल और मंदिर है, वहां सुबहशाम माता की आरती और पाठ की जा रही है. हर पंडाल और मंदिर की सजावट की खासियत उसका थीम बेस्ड डेकोरेशन और लाइटिंग है. शहर के विभिन्न इलाकों में लाइटिंग, रिबन और सजावट का कार्य जारी है. वहीं, कुछ जगहों पर लाइटिंग शुरू हो चुकी है.
मुख्य बातें
नवरात्र के शुरू होते ही पूरे शहर का माहौल भक्तिमय हो गया है. जहां पूजा पंडाल और मंदिर है, वहां सुबहशाम माता की आरती और पाठ की जा रही है. हर पंडाल और मंदिर की सजावट की खासियत उसका थीम बेस्ड डेकोरेशन और लाइटिंग है. शहर के विभिन्न इलाकों में लाइटिंग, रिबन और सजावट का कार्य जारी है. वहीं, कुछ जगहों पर लाइटिंग शुरू हो चुकी है.
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मुजफ्फरपुर के दुर्गा पूजा पंडाल में दिखेगा पेरिस का एफिल टावर
मुजफ्फरपुर के अखाड़ा घाट में इस बार नवरात्र में पेरिस के एफिल टावर के स्वरूप में आप पंडाल देख सकते हैं. यहां श्रद्धालु मां दुर्गा का दर्शन करेंगे. ये शहर वासियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा. इसके लिए विशेष तौर पर कारीगर टावर निर्माण में करीब तीन सप्ताह से जुटे हुए हैं. इसके अंदर शेर पर सवार मां दुर्गा की करीब 15 फुट ऊंची शेर पर सवार भव्य प्रतिमा स्थापित की जायेगी.
गया के हाते गोदाम परिसर में शांति स्वरूप मां दुर्गा की बन रही है चलंत प्रतिमा
कोरोना संक्रमण काल के बाद इस बार दुर्गा पूजा में अलग- अलग पूजा समितियों द्वारा भव्य व आकर्षक पंडाल बनाने की तैयारी की जा रही है. इस बार गया के श्री दुर्गा पूजा समिति द्वारा हाते गोदाम परिसर में भव्य पंडाल बनाया जा रहा है. पंडाल में स्थापित शांति स्वरूप मां दुर्गे की चलंत प्रतिमा श्रद्धालुओं के लिए न केवल दर्शनीय होगी, बल्कि उन्हें अपनी ओर आकर्षित भी करेगी.
सजने लगे पंडाल, जगह-जगह पूजा सामग्री से जुड़े स्टॉल से सड़कों की रौनक बढ़ी
पटना के डाकबंगला चौराहे पर बनाये गये गेटों पर लाइटिंग समय-समय पर जलाकर टेस्ट किया जा रहा है. चिरैयाटाड़ पुल के नीचे, कंकड़बाग, भूतनाथ रोड, दानापुर, पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास लाइटिंग शुरू कर दी गयी है. एलइडी व सीरीज लाइट से रास्तों को रोशन किया जा रहा है. राजीव नगर चौराहे के पास फ्लाइओवर पर भी लाइटिंग की गयी है. इसके अलावा पूजा सामग्री से जुड़े स्टॉल भी वहां मौजूद है. अधिकांश पंडालों और मंदिरों में षष्ठी से लाइटिंग की जगमगाहट देखने को मिलेगी. वहीं, सप्तमी से नवमी तक विभिन्न पंडालों के आस-पास फूड स्टॉल और अन्य दुकानें में लोगों की भीड़ दिखेगी.
छज्जूबाग में दिखेगा बंगाल का ग्रामीण परिवेश
पटना की सबसे पुरानी पूजा समितियों में से एक है छज्जूबाग सरबजानीन दुर्गा पूजा समिति. इस पूजा समिति का मुख्य आकर्षण होता है पंडाल. इस बार यहां का पूजा पंडाल बंगाल के ग्रामीण परिवेश की थीम पर बन रहा है, जो पूरी तरह इको फ्रेंडली होगा. पंडाल और प्रतिमा का निर्माण बंगाल के कलाकार कर रहे हैं. मूर्ति बंगाल के पारंपरिक शैली में तैयार हो रही है. छज्जूबाग सरबजानीन दुर्गा पूजा समिति की स्थापना वर्ष 1922 में पश्चिम बंगाल से पटना आये कुछ इंजीनियर, एडवोकेट और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और कर्मचारियों ने की थी.