पटना. कलश स्थापना के साथ मंगलवार को पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में चैत्र नवरात्र की पूजा शुरू हो जायेगी. भक्तों की अनुपस्थिति में मंदिर के पुजारी व पुरोहित कलश पूजन करेंगे.
महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि मंगलवार को चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा के दिन विक्रम संवत 2078 शुरू हो रहा है. यह सनातन नववर्ष की शुरुआत का दिन है. इस दृष्टिकोण से चैत्र नवरात्र का विशेष महत्व है. इस दौरान पूरे विधि-विधान से महावीर मंदिर में कलश स्थापना होगी. ऐसे में नौ दिनों तक वाल्मिकी रामायण व रामचरितमानस का विधिवत पाठ होगा.
रामनवमी के दिन महावीर हनुमान, भगवान राम और सभी देवी-देवताओं को नये वस्त्र धारण कराये जायेंगे. अवसर पर महावीर मंदिर में तीनों स्थानों पर लगे ध्वज बदले जायेंगे. जिन भक्तों ने ध्वजारोहण की रसीद कटायी है, उनके नाम और गोत्र आदि के संकल्प के साथ कार्यालय के पास निर्धारित स्थान पर नये ध्वज लगाये जायेंगे. राम जन्मोत्सव मनाया जायेगा.
दोपहर 12 बजे आरती होगी. रात्रि में हवन होगा. मंदिर के नैवेद्यम काउंटरों पर नैवेद्यम सुबह से शाम सात बजे तक मिलेगा. नवरात्रि में पूजा कर नैवेद्यम व सिंदूर की होम डिलीवरी की ऑनलाइन बुकिंग हो रही है.
महावीर मंदिर के 300 साल के इतिहास में इस बार लगातार दूसरे साल भक्त मंदिर में दर्शन नहीं कर सकेंगे. लॉकडाउन से पिछले वर्ष कलश स्थापन भी नहीं हो सका था.
रामनवमी के दिन दर्शन को हर साल आने वाले तीन से चार लाख श्रद्धालुओं को निराशा होगी. सन् 1720 से 1730 के बीच स्वामी बालानंद की ओर से स्थापित ऐतिहासिक महावीर मंदिर में रामनवमी में दर्शन के लिए कई किमी लंबी कतार लगती है.
Posted by Ashish Jha